
जयपुर, 29 मई (Udaipur Kiran) । गांधी नगर थाना इलाके में एनआईए चीफ बनकर साइबर ठगों ने एक नब्बे वर्षीय बुजुर्ग डॉक्टर को तीन घंटे तक डिजीटल अरेस्ट रखा और पहलगाम हमले में पीड़ित को संदिग्ध बताकर डरा धमका कर उससे छह लाख रुपये खाते में डलवा लिए। ठगी का अहसास होने पर पीड़ित ने थाने में मामला दर्ज करवाया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस के अनुसार डेयरी पथ कानोता बाग जेएलएन मार्ग निवासी नब्बे वर्षीय परमानंद भार्गव ने मामला दर्ज करवाया कि उसके पास एक वाट्सअप कॉल आया। इसमें कॉल कर्ता ने स्वयं को एनआईए चीफ बताया और कहा कि पहलगाम आतंकी हमले में आपकी लिप्तता सामने आ रही है। आप को अरेस्ट कर पूछताछ की जाएगी। अगर आपको गिरफ्तार से बचना है तो रुपये देने पड़ेंगे। आरोपिताें ने बुजुर्ग को विडियों कॉल भी किया। इसके अलावा उसे कई मैसेज भी सोशल मीडिया माध्यम पर किया गया। डर के चलते बुजुर्ग ने बैंक से आरोपिताें द्वारा बताए गए अकाउंट में छह लाख रुपये आरटीजीएस करवा दिया गया। इसके बाद उसे ठगी का अहसास हुआ। इस पर पीड़ित ने पुलिस की शरण ली। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
थानाधिकारी भवानी सिंह ने बताया कि बुजुर्ग अकेला ही रहता है। उसके बच्चे विदेश में रहते है। परमानंद भार्गव कई बड़े अस्पतालों में काम कर चुका है। आरोपिताें ने एनआईए चीफ बनकर उसे कॉल किया था और पहलगाम हमले का संदिग्ध बताकर उसे गिरफ्तारी का डर दिखाकर उससे छह लाख रुपये खाते में डलवा लिए। इस दौरान करीब तीन घंटे तक उसे डिजिटल अरेस्ट रखा गया। डॉक्टर को आरोपिताें ने इस बारे में किसी को भी बताने से इनकार कर दिया था। मामले की छानबीन की जा रही है।
—————
(Udaipur Kiran)
