West Bengal

भांगड़ में वक्फ कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हिंसा, पुलिस पर हमला करने के आरोप में नौ गिरफ्तार

कोलकाता, 15 अप्रैल (Udaipur Kiran) । वक्फ संशोधन कानून के विरोध में निकले जुलूस के दौरान भांगड़ में हुई हिंसा को लेकर कोलकाता पुलिस ने नौ लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें से तीन को सोमवार देर शाम और छह को देर रात छापेमारी के बाद पकड़ा गया। इन सभी पर सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, हिंसा फैलाने और पुलिस के कार्य में बाधा डालने जैसे गंभीर आरोप लगे हैं।

घटना सोमवार की है, जब इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) की ओर से सियालदह के रामलीला मैदान में वक्फ संशोधन कानून के विरोध में सभा आयोजित की गई थी। आईएसएफ नेता नौशाद सिद्दीकी के आह्वान पर बड़ी संख्या में समर्थक वहां पहुंच रहे थे। इसी दौरान बासंती हाईवे पर पुलिस ने रैली को रोकने की कोशिश की, जिससे तनाव बढ़ गया।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जब पुलिस ने बैरिकेड लगाकर जुलूस को आगे बढ़ने से रोका, तो कुछ प्रदर्शनकारियों ने जबरन रास्ता पार करने की कोशिश की। इसी बीच पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प शुरू हो गई। हालात तब और बिगड़े जब एक आईएसएफ कार्यकर्ता के सिर में गंभीर चोट लगी। इसके बाद प्रदर्शनकारी बासंती हाईवे पर बैठकर विरोध करने लगे और फिर भांगड़ के शोनपुर इलाके में प्रदर्शन उग्र हो गया।

आरोप है कि कुछ प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय ध्वज के साथ पहले इलाके के सीसीटीवी कैमरे तोड़े, फिर पुलिसकर्मियों पर हमला किया। पांच पुलिसकर्मी घायल हुए, एक प्रिजन वैन पलट दी गई और कम से कम पांच मोटरसाइकिलों में आग लगा दी गई।

हिंसा के बाद पुलिस ने देर रात तक कई इलाकों में छापेमारी की और नौ आरोपितों को गिरफ्तार किया। मंगलवार सुबह से इलाके में पुलिस की कड़ी निगरानी रखी जा रही है। हालांकि, अधिकारियों ने दावा किया कि स्थिति अब पूरी तरह से नियंत्रण में है।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्य सरकार के वरिष्ठ मंत्रियों ने लगातार शांति बनाए रखने की अपील की है। साथ ही सरकार ने यह भी साफ किया है कि जो कोई भी हिंसा फैलाने की कोशिश करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

(Udaipur Kiran) / ओम पराशर

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भांगड़ में वक्फ कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हिंसा, पुलिस पर हमला करने के आरोप में नौ गिरफ्तार

कोलकाता, 15 अप्रैल (Udaipur Kiran) । वक्फ संशोधन कानून के विरोध में निकले जुलूस के दौरान भांगड़ में हुई हिंसा को लेकर कोलकाता पुलिस ने नौ लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें से तीन को सोमवार देर शाम और छह को देर रात छापेमारी के बाद पकड़ा गया। इन सभी पर सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, हिंसा फैलाने और पुलिस के कार्य में बाधा डालने जैसे गंभीर आरोप लगे हैं।

घटना सोमवार की है, जब इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) की ओर से सियालदह के रामलीला मैदान में वक्फ संशोधन कानून के विरोध में सभा आयोजित की गई थी। आईएसएफ नेता नौशाद सिद्दीकी के आह्वान पर बड़ी संख्या में समर्थक वहां पहुंच रहे थे। इसी दौरान बासंती हाईवे पर पुलिस ने रैली को रोकने की कोशिश की, जिससे तनाव बढ़ गया।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जब पुलिस ने बैरिकेड लगाकर जुलूस को आगे बढ़ने से रोका, तो कुछ प्रदर्शनकारियों ने जबरन रास्ता पार करने की कोशिश की। इसी बीच पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प शुरू हो गई। हालात तब और बिगड़े जब एक आईएसएफ कार्यकर्ता के सिर में गंभीर चोट लगी। इसके बाद प्रदर्शनकारी बासंती हाईवे पर बैठकर विरोध करने लगे और फिर भांगड़ के शोनपुर इलाके में प्रदर्शन उग्र हो गया।

आरोप है कि कुछ प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय ध्वज के साथ पहले इलाके के सीसीटीवी कैमरे तोड़े, फिर पुलिसकर्मियों पर हमला किया। पांच पुलिसकर्मी घायल हुए, एक प्रिजन वैन पलट दी गई और कम से कम पांच मोटरसाइकिलों में आग लगा दी गई।

हिंसा के बाद पुलिस ने देर रात तक कई इलाकों में छापेमारी की और नौ आरोपितों को गिरफ्तार किया। मंगलवार सुबह से इलाके में पुलिस की कड़ी निगरानी रखी जा रही है। हालांकि, अधिकारियों ने दावा किया कि स्थिति अब पूरी तरह से नियंत्रण में है।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्य सरकार के वरिष्ठ मंत्रियों ने लगातार शांति बनाए रखने की अपील की है। साथ ही सरकार ने यह भी साफ किया है कि जो कोई भी हिंसा फैलाने की कोशिश करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

(Udaipur Kiran) / ओम पराशर

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भांगड़ में वक्फ कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हिंसा, पुलिस पर हमला करने के आरोप में नौ गिरफ्तार

कोलकाता, 15 अप्रैल (Udaipur Kiran) । वक्फ संशोधन कानून के विरोध में निकले जुलूस के दौरान भांगड़ में हुई हिंसा को लेकर कोलकाता पुलिस ने नौ लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें से तीन को सोमवार देर शाम और छह को देर रात छापेमारी के बाद पकड़ा गया। इन सभी पर सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, हिंसा फैलाने और पुलिस के कार्य में बाधा डालने जैसे गंभीर आरोप लगे हैं।

घटना सोमवार की है, जब इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) की ओर से सियालदह के रामलीला मैदान में वक्फ संशोधन कानून के विरोध में सभा आयोजित की गई थी। आईएसएफ नेता नौशाद सिद्दीकी के आह्वान पर बड़ी संख्या में समर्थक वहां पहुंच रहे थे। इसी दौरान बासंती हाईवे पर पुलिस ने रैली को रोकने की कोशिश की, जिससे तनाव बढ़ गया।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जब पुलिस ने बैरिकेड लगाकर जुलूस को आगे बढ़ने से रोका, तो कुछ प्रदर्शनकारियों ने जबरन रास्ता पार करने की कोशिश की। इसी बीच पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प शुरू हो गई। हालात तब और बिगड़े जब एक आईएसएफ कार्यकर्ता के सिर में गंभीर चोट लगी। इसके बाद प्रदर्शनकारी बासंती हाईवे पर बैठकर विरोध करने लगे और फिर भांगड़ के शोनपुर इलाके में प्रदर्शन उग्र हो गया।

आरोप है कि कुछ प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय ध्वज के साथ पहले इलाके के सीसीटीवी कैमरे तोड़े, फिर पुलिसकर्मियों पर हमला किया। पांच पुलिसकर्मी घायल हुए, एक प्रिजन वैन पलट दी गई और कम से कम पांच मोटरसाइकिलों में आग लगा दी गई।

हिंसा के बाद पुलिस ने देर रात तक कई इलाकों में छापेमारी की और नौ आरोपितों को गिरफ्तार किया। मंगलवार सुबह से इलाके में पुलिस की कड़ी निगरानी रखी जा रही है। हालांकि, अधिकारियों ने दावा किया कि स्थिति अब पूरी तरह से नियंत्रण में है।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्य सरकार के वरिष्ठ मंत्रियों ने लगातार शांति बनाए रखने की अपील की है। साथ ही सरकार ने यह भी साफ किया है कि जो कोई भी हिंसा फैलाने की कोशिश करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

(Udaipur Kiran) / ओम पराशर

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