रायगढ़, 13 जुलाई (Udaipur Kiran) । एनएचएम कर्मचारियाें ने आज शनिवार काे कलेक्टर काे मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन साैप कर 22 व 23 जुलाई काे रायपुर में ध्यानाकर्षण प्रदर्शन करने कीे चेतावनी दी है। कर्मचारियाें का कहना है कि 27 प्रतिशत वेतन वृद्धि की मांग जो उन्हें एक साल पहले ही मिल जानी चाहिए थी अैार नियमितीकरण के लिए डबल इंजन सरकार ने, मोदी की गारंटी में कहा था। विधानसभा चुनाव पश्चात प्रदेश में नई सरकार के गठन के बाद से राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन एवं एड्स नियंत्रण कार्यक्रम के संविदा कर्मचारियों द्वारा अपनी माँगों को लेकर मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष , उप मुख्यमंत्री, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष, स्वास्थ्य मंत्री, वित्त मंत्री सहित तमाम सांसदों और विधायकों से मिल कर ज्ञापन दिया गया और जब मांग पूरी नहीं हुई तो अब विवश होकर दो दिन के ध्यानाकर्षण प्रदर्शन के लिए 22 और 23 जुलाई को रायपुर में इकट्ठा होंगे। लभगभ 15 हज़ार की संख्या वाले इस संगठन में डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल, प्रबंधकीय संवर्ग के लोग हैं। हड़ताल पर जाने से निम्न स्वास्थ्य सेवा प्रभावित होने की आशंका है कि इससे लोग परीक्षण, जांच, दवाई, जन्म मृत्यु पंजीयन, पोषण पुनर्वास जैसी सुविधा से भी वंचित हो सकते हैं। यह कर्मचारी प्रदेश, जिला, ब्लॉक, ग्राम स्तर तक अपनी सेवा देते हैं।
छत्तीसगढ़ प्रदेश एनएचएम कर्मचारी संघ के प्रांताध्यक्ष डॉ अमित कुमार मिरी एवं जिला अध्यक्ष शकुंतला एक्का ने बताया कि काम कर रहे कर्मचारी मानव संसाधन नीति 2018 से शासित होते हैं। समय के साथ उन नियमों में बदलाव की आवश्यकता है। नियमितिकरण सहित कुल 18 बिंदु मांग तथा गत वर्ष जुलाई 2023 में घोषित 27 प्रतिशत वेतन वृद्धि को लेकर सरकार गठन से अब तक मुख्यमंत्री , उप-मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष , प्रदेश भाजपा अध्यक्ष, स्वास्थ्य मंत्री, वित्त मंत्री सहित तमाम बड़े मंत्रियों से भेंट कर अपनी माँगों से अवगत कराया गया है। कुल 24 बार ज्ञापन दिया जा चुका है। भेंट के दौरान हर मंत्री ने इसके निराकरण की बात कही, परंतु आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई, जिस कारण शासन का ध्यान आकर्षित करने के लिए दो दिवसीय प्रदेशस्तरीय धरना प्रदर्शन 22 और 23 जुलाई को किया जाएगा। इस आशय की सूचना उच्चस्तर पर भी दे दी गई है।
प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अमित मिरी के अनुसार कार्य कर रहे कर्मचारियों के लिए अनुपूरक बजट सत्र 2023 में 27 प्रतिशत वेतन वृद्धि की घोषणा सदन में की गई थी, जिसके लिए 350 करोड़ का बजट रखा गया था। कई अन्य विभागों में वह प्राप्त भी हो चुका है किंतु आज तक एनएचएम कर्मचारियों को उसका लाभ नहीं मिला है। अल्प वेतन में काम कर रहे कर्मचारियों को घोषित वेतन वृद्धि का लाभ न देना यह सरकार की नियत पर संदेह पैदा करता है। कलेक्टर काे मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देने में शकुंतला एक्का, राघवेंद्र बहीदार, विद्याभूषण जायसवाल, पूजा मेहरा, केरो बाई लहरे, सेत राम सिदार, दुर्गेश चौहान, दुष्यंत कुमार आदि उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran)
(Udaipur Kiran) / रघवीर प्रधान / चन्द्र नारायण शुक्ल