बदायूं, 10 दिसंबर (Udaipur Kiran) । नीलकंठ महादेव बनाम जामा मस्जिद मामले की अगली सुनवाई अब 17 दिसंबर को होगी। सिविल जज सीनियर डिवीजन फास्ट ट्रैक कोर्ट में मंगलवार को इस मामले की होने वाली सुनवाई सीनियर अधिवक्ता के देहांत की वजह से नहीं हो सकी। कोर्ट ने सुनवाई की अगली तारीख 17 दिसंबर को निर्धारित की है।
अगली सुनवाई में जमा मस्जिद शम्सी के अधिवक्ता अपनी बहस पूरी करेंगे। कोर्ट में इस बात पर सुनवाई हो रही है कि यह सुनवाई योग्य है या नहीं। इससे पहले तीन दिसंबर को सुनवाई के दौरान जामा मस्जिद इंतजामिया शम्सी की ओर से अधिवक्ताओं ने अपनी बहस की थी, जो पूरी नहीं हो सकी थी।
जिले की 850 साल पुरानी जामा मस्जिद को नीलकंठ महादेव मंदिर होने का दावा करते हुए हिन्दू महासभा ने 2022 में अदालत में अर्ज़ी दाखिल की थी। हिन्दू पक्ष की मांग है कि जामा मस्जिद में उन्हें पूजा करने की इजाजत दी जाए क्योंकि वह प्राचीन नीलकंठ महादेव का मंदिर है।
उधर जामा मस्जिद पक्ष का कहना है कि यह सब जिले का माहौल खराब करने के लिए किया जा रहा है। जामा मस्जिद 850 साल पुरानी है और अविवादित रही है। अब 17 दिसंबर को जामा मस्जिद कमेटी के अधिवक्ता की ओर से बहस पूरी होने के बाद यह पता चलेगा कि यह याचिका सुनवाई के योग्य है या नहीं।
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(Udaipur Kiran) / अरविन्द कुमार सिंह