Assam

पूसी रेलवे केंद्रीय अस्पताल में नवजात पुनर्जीवन कार्यक्रम आयोजित

पूर्वोत्तर सीमा रेलवे द्वारा जारी तस्वीर।

गुवाहाटी, 11 अप्रैल (Udaipur Kiran) । पूर्वोत्तर सीमा रेलवे (पूसीरे) अपने कर्मचारियों, उनके परिवारों और आम जनता के लिए स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ाने के लिए अपनी अटूट प्रतिबद्धता प्रदर्शित करता रहा है। पूर्वोत्तर सीमा रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कपिंजल किशोर शर्मा ने शुक्रवार को बताया कि मालीगांव के केंद्रीय अस्पताल में नवजात पुनर्जीवन कार्यक्रम (एनआरपी) सफलतापूर्वक आयोजित किया गया। यह प्रशिक्षण भारतीय बाल चिकित्सा अकादमी (आईएपी) और राष्ट्रीय नियोनेटोलॉजी फोरम (एनएनएफ) द्वारा संयुक्त रूप से फर्स्ट गोल्डन मिनट प्रोजेक्ट के तहत आयोजित किया गया था। यह एक पहल है, जिसका उद्देश्य समय पर और कुशल पुनर्जीवन अभ्यासों के माध्यम से नवजात शिशु के जीवित रहने की दर में सुधार लाने पर केंद्रित है।

कार्यक्रम का प्राथमिक उद्देश्य स्वास्थ्य सेवा से जुड़े कामगारों को विशेषकर जन्म के बाद महत्वपूर्ण पहले मिनट के दौरान प्रभावी नवजात पुनर्जीवन के लिए आवश्यक ज्ञान और व्यावहारिक कौशल से परिपूर्ण करना था। यह प्रशिक्षण जीवन-संकट की स्थितियों में त्वरित प्रतिक्रिया करने के लिए तत्परता सुनिश्चित करके नवजात रुग्णता और मृत्यु दर में उल्लेखनीय कमी लाने हेतु प्रदान किया गया। बाल चिकित्सा सेवाओं पर अपना ध्यान केंद्रति करते हुए, अस्पताल ने अन्य क्षेत्रों के साथ-साथ बाल चिकित्सा में भी विशेष विभाग शुरू किए हैं, जिससे रोगियों को इस क्षेत्र के बाहर देखभाल की आवश्यकता कम हो रही है।

प्रशिक्षण में कुल 16 प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिसमें व्यापक व्यावहारिक सत्र और सिमुलेशन-आधारित शिक्षण मॉड्यूल शामिल थे। इस केंद्रित दृष्टिकोण के माध्यम से, कार्यक्रम में नवजात आपात स्थितियों के प्रबंधन में चिकित्सा कर्मचारियों के आत्मविश्वास और क्षमता को बढ़ाया गया। यह पहल स्वास्थ्य सेवा परिणामों में सुधार और अपने नेटवर्क के तहत प्रदान की जाने वाली चिकित्सा सेवाओं की गुणवत्ता को आगे बढ़ाने में पूसी रेलवे की निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

जनवरी, 2024 में नए आयुष और आरईएलएचएस क्लीनिकों का उद्घाटन और रोगियों के परिजनों के लिए विस्तारित आवासीय सुविधाएं, रोगी देखभाल के प्रति एक समग्र दृष्टिकोण को दर्शाती है। ये विकास, डिजिटल इंडिया पहल के अनुरूप इलेक्ट्रॉनिक स्वास्थ्य रिकॉर्ड (ईएचआर) को अपनाने के साथ-साथ, रोगी प्रबंधन को सुव्यवस्थित करेंगे और सेवा वितरण को बढ़ावा प्रदान करेंगे हैं। पूसी रेलवे के सक्रिय सामुदायिक आउटरीच में स्वास्थ्य शिविर और जागरूकता कार्यक्रम भी शामिल हैं, जो क्षेत्रीय स्वास्थ्य सेवा उन्नति में अग्रणी रूप में इसकी भूमिका की पुष्टि करते हैं।

(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश

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