
शिमला, 3 मई (Udaipur Kiran) । पर्यटन सीजन के दौरान शिमला शहर की बिगड़ती यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए प्रशासन ने कमर कस ली है। उपायुक्त अनुपम कश्यप की अध्यक्षता में शनिवार को शिमला सिटी प्राइवेट बस ऑपरेटर यूनियन के पदाधिकारियों के साथ आयोजित समीक्षा बैठक में यह निर्णय लिया गया कि आगामी 15 दिनों में नया ट्रैफिक प्लान लागू किया जाएगा।
बैठक में उपायुक्त ने कहा कि ट्रैफिक प्लान को लागू करने से पहले सभी संबंधित हितधारकों से सुझाव लिए जा रहे हैं ताकि प्लान व्यावहारिक और प्रभावी हो। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस योजना का उद्देश्य न केवल शहरवासियों को जाम की समस्या से राहत देना है, बल्कि पर्यटकों को भी सुविधाजनक और व्यवस्थित यातायात सेवा उपलब्ध कराना है।
उपायुक्त ने बताया कि यातायात व्यवस्था को सुचारु बनाए रखने में प्राइवेट बस ऑपरेटरों की भूमिका अहम है। वर्ष 2011 में जारी अधिसूचना के तहत 40 किलोमीटर से अधिक दूरी तय करने वाली बसों को आईएसबीटी टूटीकंडी से ही संचालित करना है। इस व्यवस्था को लेकर यूनियन ने अपने तर्क प्रस्तुत किए, जिन पर विचार किया जा रहा है।
डीएसपी ट्रैफिक को निर्देश दिए गए हैं कि ऊपरी शिमला, शोघी और निचले हिमाचल की ओर से आने वाले वाहनों की मूवमेंट को लेकर सीसीटीवी कैमरों पर आधारित विस्तृत रिपोर्ट तैयार करें।
वर्तमान में हर दिन शिमला शहर में 106 निजी बसें और 182 एचआरटीसी की बसें प्रवेश करती हैं। ऐसे में लांग रूट की बड़ी बसों के संचालन को लेकर विशेष योजना बनाई जा रही है ताकि उनका प्रभाव शहर के ट्रैफिक पर न पड़े। इसके अलावा कमर्शियल वाहनों की लोडिंग और अनलोडिंग प्रक्रिया को सुचारु करने के लिए समय निर्धारण जैसे नए विकल्पों पर भी चर्चा की गई है।
बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त अभिषेक वर्मा, एडीएम (कानून एवं व्यवस्था) पंकज शर्मा, जिला राजस्व अधिकारी संजीत शर्मा, डीएसपी ट्रैफिक संदीप शर्मा, बस ऑपरेटर यूनियन के अध्यक्ष रोशन लाल, महासचिव सुनील चौहान समेत यूनियन के अन्य प्रतिनिधि मौजूद रहे।
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(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा
