
मुख्यमंत्री ने करनाल में जेल प्रशिक्षण अकादमी का किया उद्घाटनजेलें बदलाव, पुनरुद्धार और पुनर्निर्माण का केंद्र बनें: नायब सिंह
चंडीगढ़, 21 मई (Udaipur Kiran) । हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि राज्य की न्यायिक और सुधारात्मक प्रणाली को और मजबूत करने के लिए जेल वार्डरों के लगभग 1300 पद जल्द ही भरे जाएंगे। साथ ही, जेल विभाग में मेडिकल और पैरामेडिकल रिक्तियों के साथ-साथ करनाल में नवनिर्मित जेल प्रशिक्षण अकादमी के लिए आवश्यक स्टाफ के पदों को भी जल्द ही भरा जाएगा। मुख्यमंत्री ने फतेहाबाद, पंचकूला और दादरी में नई जेलाें के निर्माण कराने की घाेषणा की।
मुख्यमंत्री सैनी बुधवार को करनाल में जेल प्रशिक्षण अकादमी का उद्घाटन समाराेह काे संबाेधित कर रहे थे। इससे पहले, मुख्यमंत्री ने जेल के कैदियों के बनाए गए विभिन्न उत्पादों को प्रदर्शित करने वाली एक प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया और नई जेल अकादमी का भी दौरा किया। लगभग 6.5 एकड़ में फैली और 3.29 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित इस अकादमी में ऊर्जा कुशल और तापमान अनुकूल तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। इस माैके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जेल कर्मियों को सुधार, पुनर्वास और आधुनिकीकरण पर ध्यान केंद्रित कर सरकार इन्हें व्यापक प्रशिक्षण दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि लगभग 300 करोड़ रुपये के निवेश से पंचकूला, दादरी और फतेहाबाद में नई जेलों का निर्माण किया जाएगा। इसके अलावा, करनाल में जिला जेल परिसर में एक गौशाला भी शुरू की जाएगी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि नई जेल प्रशिक्षण अकादमी सुधार प्रणाली में परिवर्तनकारी दृष्टिकोण की शुरुआत है। यह केवल एक इमारत का उद्घाटन नहीं है, यह एक नए दृष्टिकोण के परिवर्तन और एक अन्य विजऩ की शुरुआत है। हमारी जेलें केवल सजा नहीं, बल्कि बदलाव, पुनरुद्धार और पुनर्निर्माण का केंद्र बननी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नवनिर्मित अकादमी में नए भर्ती किए गए लोगों के लिए प्रारंभिक प्रशिक्षण और मौजूदा कर्मचारियों के लिए पुनश्चर्या पाठ्यक्रम चलेंगे, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि जेल विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को आधुनिक तकनीकों, मानवाधिकारों और कैदी सुधार के मनोवैज्ञानिक पहलुओं में प्रशिक्षित किया जाए।
कार्यक्रम में सहकारिता एवं जेल मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में जेल विभाग की प्रगतिशील पहलों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि हरियाणा की जेलों का आधुनिकीकरण किया जा रहा है और समग्र प्रबंधन में सुधार तथा बेहतर पुनर्वास परिणाम सुनिश्चित करने के लिए नवीनतम तकनीक से सुसज्जित किया जा रहा है। गृह एवं जेल विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा ने कहा कि इस तरह की आधुनिक और विशिष्ट जेल प्रशिक्षण सुविधा पड़ोसी राज्यों में उपलब्ध नहीं है और संभवत यह उत्तर भारत में अपनी तरह की पहली सुविधा होगी।
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(Udaipur Kiran) शर्मा
