
गुरुग्राम, 23 अप्रैल (Udaipur Kiran) । खेलों में लैंगिक समानता को बढ़ावा देने की दिशा में एक उल्लेखनीय पहल करते हुए ग्लोबल इंडियन प्रवासी कबड्डी लीग (जीआईपीकेएल) ने इतिहास रच दिया है। गुरुग्राम यूनिवर्सिटी में जारी इस लीग में महिला खिलाड़ियों को पहली बार पुरुषों के समान आकार वाले कबड्डी मैट पर खेलने का अवसर दिया गया है। यह निर्णय खेल में समान अवसर और प्रतिस्पर्धा के स्तर को ऊंचा उठाने के उद्देश्य से लिया गया है।
परंपरागत रूप से महिलाओं के मैच छोटे मैट पर आयोजित किए जाते रहे हैं, जिससे उन्हें सीमित स्थान और रणनीतिक बाधाओं का सामना करना पड़ता था। लेकिन जीआईपीकेएल के आयोजकों ने इस बाधा को तोड़ते हुए महिला खिलाड़ियों को समान मंच देने का साहसिक निर्णय लिया है। इस कदम को खेल विशेषज्ञों और सामाजिक कार्यकर्ताओं से भरपूर सराहना मिल रही है।
बुधवार को हुए महिला वर्ग के मुकाबलों में तीन रोमांचक मैच खेले गए। पहले मैच में तमिल लायनेस ने तेलुगु चीता को 28-27 से हराकर रोमांचक जीत हासिल की। तमिल लायनेस ने 13 रेड पॉइंट, 13 टैकल पॉइंट और चार सुपर टैकल करते हुए निर्णायक क्षणों में धैर्य बनाए रखा। तेलुगु चीता ने कड़ा संघर्ष किया, लेकिन अंतिम क्षणों में तमिल टीम की बढ़त निर्णायक साबित हुई।
दूसरे मैच में मराठी फाल्कन्स ने भोजपुरी लेपर्डेस को 36-34 से हराकर रोमांचक जीत दर्ज की। भोजपुरी टीम ने रेड में 28 पॉइंट और तीन सुपर रेड हासिल किए, लेकिन मराठी टीम ने चार ऑलआउट और एक अहम सुपर टैकल के साथ जबरदस्त वापसी की। आखिरी लम्हों में मराठी फाल्कन्स ने अपनी पकड़ बनाए रखते हुए दो अंकों की जीत दर्ज की।
तीसरे और अंतिम महिला मुकाबले में पंजाबी टाइग्रेस ने हरियाणवी ईगल्स को 48-22 से हराकर एकतरफा जीत हासिल की। 26 रेड पॉइंट, 13 टैकल पॉइंट और 8 ऑलआउट के साथ पंजाबी टाइग्रेस ने पूरे मुकाबले पर नियंत्रण बनाए रखा। हरियाणवी टीम ने दो सुपर टैकल किए, लेकिन वह पंजाबी टीम की आक्रामकता और निरंतरता के सामने टिक नहीं पाई।
लीग का फाइनल मुकाबला 30 अप्रैल को गुरुग्राम यूनिवर्सिटी के मल्टीपर्पज हॉल में खेला जाएगा। जीआईपीकेएल की यह पहल न केवल महिला खिलाड़ियों के कौशल को नई ऊंचाइयों पर ले जा रही है, बल्कि यह आने वाले समय में अन्य खेल आयोजनों के लिए भी प्रेरणा बन सकती है।
—————
(Udaipur Kiran) / आकाश कुमार राय
