– स्कूल यात्राओं में बच्चों की सुरक्षा होगी पहली प्राथमिकता
देहरादून, 3 दिसंबर (Udaipur Kiran) । उत्तराखण्ड विद्यालयी शिक्षा विभाग ने पर्यटक स्थलों और पार्कों की स्कूल यात्राओं के दौरान बच्चों की सुरक्षा को लेकर एक सख्त और प्रभावी दिशा-निर्देश जारी किए हैं। यह पहल बच्चों की सुरक्षा को सर्वोपरि मानते हुए की गई है, जिसमें हर छोटी से छोटी बात का ध्यान रखा गया है। अब स्कूल यात्राओं में बच्चों के स्वास्थ्य, परिवहन और निगरानी से जुड़े नियमों का सख्ती से पालन सुनिश्चित किया जाएगा। यह कदम उत्तराखण्ड बाल अधिकार संरक्षण आयोग के पत्र के संदर्भ में उठाया गया है।
विद्यालयी शिक्षा महानिदेशक झरना कमठान की ओर से जारी निर्देशों में बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए विभिन्न बिंदुओं पर जोर दिया गया है। छात्रों की चिकित्सा जानकारी, एलर्जी और अन्य स्वास्थ्य संबंधी विवरण स्कूल के पास होना चाहिए। छात्रों के साथ प्रशिक्षित शिक्षक जो प्राथमिक चिकित्सा और सीपीआर में कुशल हों, अनिवार्य रूप से भेजे जाएं। प्राथमिक चिकित्सा किट और सुरक्षित परिवहन की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। छात्रों की यात्रा के लिए अभिभावकों की लिखित सहमति आवश्यक होगी। बच्चों और अभिभावकों के बीच संपर्क सुनिश्चित करने के लिए दूरभाष नंबर साझा किए जाएं। उपयोग में लाए जा रहे वाहनों का आरटीओ से प्रमाणित होना अनिवार्य है। छात्राओं के साथ महिला शिक्षिका की उपस्थिति आवश्यक होगी। वाहन चालक और परिचालक के नशे में होने की जांच, उनके पहचान पत्र और संपर्क नंबर स्कूल में सुरक्षित रखना अनिवार्य है। यात्राओं के दौरान बच्चों को नदी-नालों से दूर रखा जाए।
इन दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित करने के लिए माध्यमिक एवं प्रारंभिक शिक्षा निदेशकों और जिलाधिकारियों को आदेश दिया गया है। इस आदेश की जानकारी उत्तराखण्ड बाल अधिकार संरक्षण आयोग को भी दी गई है।
(Udaipur Kiran) / कमलेश्वर शरण