
इंटीग्रेटिड बीएससी-एमएससी कंप्यूटर साइंस (साइबर सिक्योरिटी) कार्यक्रम प्रारंभ
हिसार, 15 मई (Udaipur Kiran) । गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय
के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड डेटा साइंस विभाग द्वारा ‘इंटीग्रेटिड बीएससी-एमएससी.
कंप्यूटर साइंस (साइबर सिक्योरिटी)’ पाठ्यक्रम की शुरुआत की गई है। इस अभिनव पाठ्यक्रम
में प्रारंभिक चरण में 50 सीटों की व्यवस्था की गई है।
कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने गुरुवार काे बताया कि वर्तमान समय में साइबर सिक्योरिटी
कोर्स की मांग को देखते हुए यह कोर्स शुरु किया गया है। इस क्षेत्र में विद्यार्थियों
के लिए वैश्विक स्तर पर भी अपार संभावनाएं हैं। विश्वविद्यालय के सभी कोर्स रोजगारोन्मुखी
हैं। विश्वविद्यालय विद्यार्थियों को कौशलयुक्त शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध
है।
विभागाध्यक्ष प्रो. धर्मेन्द्र कुमार ने बताया कि यह कोर्स नई शिक्षा नीति-2020
के अनुरूप तैयार किया गया है, जिसमें अकादमिक लचीलापन, कौशल आधारित शिक्षा तथा व्यावसायिक
प्रशिक्षण को प्राथमिकता दी गई है। डॉ. सुनील कुमार ने बताया कि यह कोर्स विद्यार्थियों को साइबर सुरक्षा के क्षेत्र
में उन्नत तकनीकी ज्ञान, प्रैक्टिकल स्किल्स एवं इंडस्ट्री-रेडी बनने का अवसर प्रदान
करेगा। उन्होंने यह भी बताया कि इस कोर्स में थ्योरी के साथ-साथ प्रोजेक्ट-आधारित शिक्षण
और इंडस्ट्री इंटर्नशिप का विशेष समावेश किया गया है।
डॉ. अमनदीप ने इस अवसर पर कहा कि वर्तमान डिजिटल युग में साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों
की भारी मांग है। भारत ही नहीं, वैश्विक स्तर पर भी साइबर सुरक्षा पेशेवरों की आवश्यकता
दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है। यह कार्यक्रम विद्यार्थियों को उच्च स्तरीय रोजगार के लिए
तैयार करेगा और उन्हें स्टार्टअप्स व अनुसंधान की दिशा में भी प्रोत्साहित करेगा।
यह कार्यक्रम विद्यार्थियों को साइबर अपराध, नेटवर्क सुरक्षा, एथिकल हैकिंग,
क्रिप्टोग्राफी और डेटा प्राइवेसी जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में विशेषज्ञता प्रदान
करेगा। विभाग ने इस अभिनव पहल के माध्यम से युवाओं को डिजिटल इंडिया की दिशा में एक
मजबूत और सुरक्षित राष्ट्र निर्माण हेतु प्रेरित करने का बीड़ा उठाया है।
विशेष उपलब्धि के रूप में विभाग ने हाल ही में 30 ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट
आधारित वर्कस्टेशन से युक्त हाई परफॉर्मेंस कंप्यूटिंग लैब की स्थापना की है। इसके
अतिरिक्त, 30 और वर्कस्टेशन की खरीद प्रक्रिया प्रगति में है, जिससे एक और अत्याधुनिक
प्रयोगशाला की स्थापना शीघ्र ही की जाएगी। इस प्रकार का कंप्यूटिंग आधारभूत ढांचा न केवल हरियाणा में पहली बार, बल्कि
उत्तर भारत की किसी भी राज्य विश्वविद्यालय में पहली बार स्थापित किया गया है।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर
