गुवाहाटी, 27 सितंबर (Udaipur Kiran) । राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के उप महानिरीक्षक (डीआईजी) बी.बी. वैद ने प्रथम वाहिनी एनडीआरएफ का दो दिवसीय दौरा किया। इस दौरान डीआईजी वैद ने बटालियन की तैयारियों और प्रतिक्रिया क्षमताओं की समीक्षा की। उन्होंने परिचालन दक्षता में सुधार के लिए रणनीतियों पर चर्चा करते हुए हाल की प्राकृतिक आपदाओं के दौरान हासिल अनुभव और सबक भी साझा किए।
एनडीआरएफ के पीआरओ ने आज बताया कि डीआईजी वैद अपने दो दिवसीय दौरे के दूसरे दिन गत गुरुवार को कामरूप जिले के सरपारा, हाजो में प्रस्तावित नए एनडीआरएफ शिविर स्थल का दौरा किया। पर्यावरणीय स्थिरता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाते हुए उन्होंने प्रथम बटालियन एनडीआरएफ द्वारा आयोजित वृक्षारोपण अभियान में सक्रिय रूप से भाग लिया।
डीआईजी वैद ने आईआईटी गुवाहाटी में आपदा जोखिम प्रबंधन के तहत आयोजित राष्ट्रीय कार्यशाला के प्रतिभागियों को संबोधित किया। उन्होंने आपदा प्रबंधन में अनुसंधान और नवाचार की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया और प्रतिक्रिया क्षमताओं को बढ़ाने के लिए अत्याधुनिक तकनीकों के विकास का आह्वान किया।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान (एनआईडीएम) और आईआईटी गुवाहाटी के सहयोग से आयोजित इस कार्यशाला में विशेषज्ञों और छात्रों ने बेहतर आपदा प्रतिक्रिया के लिए उपकरणों, उपकरणों के डिजाइन और विकास के लिए अभिनव दृष्टिकोणों पर चर्चा की।
डीआईजी वैद ने प्रथम बटालियन एनडीआरएफ द्वारा स्थापित आपदा प्रबंधन उपकरण प्रदर्शनी का दौरा किया। प्रदर्शित नवाचारों में उनकी गहरी दिलचस्पी ने जटिल आपदा परिदृश्यों को प्रभावी ढंग से संभालने के लिए अपने कर्मियों को आधुनिक उपकरणों से लैस करने पर एनडीआरएफ के फोकस को रेखांकित किया। डीआईजी वैद 25 सितंबर को गुवाहाटी पहुंचे थे।
(Udaipur Kiran) / अरविन्द राय