बलिया, 19 सितंबर (Udaipur Kiran) ।
जिले के बैरिया तहसील के चांद दियर पुलिस चौकी से महज दो सौ मीटर पर माझी के पास बुधवार रात एनएच 31 के टूट जाने के बाद आसपास के कई पुरवे अचानक पानी से घिर गए। सबसे ज्यादा प्रभावित यादव नगर के लोगों के लिए रात के अंधेरे में एनडीआरएफ की टीम फरिश्ता बन गई। न सिर्फ करीब सौ लोगों को रेस्क्यू कर बचाया, बल्कि छतों पर शरण लिए लोगों तक राहत भी पहुंचाई।
सरयू नदी में आए उफान को बुधवार रात लगभग एक बजे एनएच 31 बर्दाश्त नहीं कर सका। नदी के भारी दबाव के कारण लगभग 50 मीटर तक यूपी को माझी के रास्ते बिहार से जोड़ने वाली मुख्य सड़क पल भर में बह गई। जिससे चांद दियर ग्राम सभा के लगभग एक दर्जन पुरवे बुरी तरह से प्रभावित हो गए। जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने फौरन एनडीआरएफ व पुलिस को भेजा। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक खुद भी पहुंचे। सरकार और प्रशासन के स्तर पर बचाव कार्य युद्ध स्तर पर शुरू हो गया।
एनडीआरएफ की टीम बाढ़ खंड और एसडीएम के नेतृत्व में प्रभावित लोगों को मदद करने के लिए बचाव में जुट गई। रात के अंधेरे में अचानक पानी से घिर गए। चीख पुकार रहे लोगों तक एनडीआरएफ के जवान भोर होते-होते पहुंच गए। चांद दियर के यादव टोला की रहने वाली नैना कुमारी का कहना है कि रात में वह परिवार के साथ घर में सो रहीं थी। इसी दौरान तेज आवाज के साथ पानी चलने की आहट सुनाई पड़ी। हालांकि, उन्हें फौरन आभास हो गया कि बांध टूट गया है लेकिन जब तक वह उठकर बचाव की कोशिश करतीं, पानी उनके घर में घुस गया। कुछ देर बाद पहुंची एनडीआरएफ की टीम ने उन्हें रेस्क्यू कर बाहर निकाला। कई अन्य बाढ़ पीड़ितों ने बताया कि अचानक पानी आ जाने से उन्हें छत पर शरण लेनी पड़ी।
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(Udaipur Kiran) / नीतू तिवारी