Bihar

जातिगत जनगणना को लेकर एनडीए की संयुक्त प्रेस वार्ता

प्रेस वार्ता में मौजूद एनडीए के नेता

भागलपुर, 02 मई (Udaipur Kiran) । जातिगत जनगणना को लेकर शुक्रवार को भागलपुर में एनडीए की संयुक्त प्रेस वार्ता आयोजित की गई।

प्रेस वार्ता को मुख्य रूप से भारतीय जनता पार्टी की प्रवक्ता डॉ. प्रीति शेखर एवं जदयू के प्रदेश सचिव पप्पू सिंह निषाद एवं संजय राम ने संबोधित किया।

इस मौके पर डॉ. प्रीति शेखर ने कहा कि बीते 30 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कैबिनेट ने आने वाली जनगणना में जातीय गणना को सम्मिलित करने का निर्णय लिया, जो इस बात को दर्शाता है कि वर्तमान सरकार देश और समाज के सर्वांगिक हित और मूल्यों के लिए प्रतिबद्ध है।

कांग्रेस की सरकारों ने आज तक जाति जनगणना का विरोध किया है। आजादी के बाद की गई सभी जनगणना में जातियों की गणना नहीं की गई। आजादी के बाद पहली बार इस ऐतिहासिक निर्णय के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बधाई के पात्र हैं। वर्ष 2010 में तत्कालीन प्रधानमंत्री दिवंगत डॉ मनमोहन सिंह ने लोकसभा में आश्वासन दिया था की जाति जनगणना पर कैबिनेट में विचार किया जाएगा। जिसमें अधिकांश राजनीतिक दलों ने अपनी सहमति जताई थी।

इस समूह में शामिल केंद्रित गृह मंत्री पी. चिदंबरम ने 2011 में होनेवाली जनगणना में जाति को शामिल करने का विरोध किया और कहा कि जातियों की गिनती जनगणना में नहीं बल्कि अलग से कराई जाएगी। अगली जनगणना में जातिगत गणना के बाद जो आंकड़े प्राप्त होंगे उस आधार पर केंद्र सरकार विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाएं चलाकर हर पिछड़े, वंचित एवं शोषित वर्गों को उचित लाभ देगी। जद यू नेता पप्पू सिंह निषाद ने कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार ने जातिगत गणना का जो फैसला लिया है वह ऐतिहासिक है। बिहार में भी जो जातिगत सर्वे हुआ था, उसमें भारतीय जनता पार्टी का समर्थन प्राप्त था। नीतीश जी के साथ ही संपूर्ण एनडीए सभी वर्गों के उत्थान के लिए प्रतिबद्ध है।

जातिगत आंकड़ा के माध्यम से उनके सामाजिक, शैक्षणिक एवं आर्थिक स्थिति का पता लगाकर भविष्य में उनके उत्थान की योजना केंद्र सरकार के द्वारा बनाई जाएगी। जिसका अनुपालन बिहार सरकार के द्वारा भी किया जाएगा। जद यू नेता संजय राम ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा जातिगत जनगणना कराए जाने के निर्णय का कांग्रेस, राजद एवं अन्य विपक्षी दल क्रेडिट लेने की कोशिश कर रहे हैं जो सरासर गलत है। कांग्रेस एवं राजद जैसी पार्टियों ने सदैव से जातिगत जनगणना का विरोध किया है। इन पार्टियों को जब सत्ता में मौका मिला था तो इन लोगों ने कभी भी जातिगत जनगणना कराए जाने का कोई प्रयास नहीं किया। इस मौके पर भाजपा जिला अध्यक्ष संतोष कुमार, जदयू जिला अध्यक्ष बिपिन बिहारी सिंह, अशोक रजक, दीपक वर्मा समेत एन डी ए घटक दल के कई लोग मौजूद रहे।

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(Udaipur Kiran) / बिजय शंकर

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