

– सर्वश्रेष्ठ कैडेटों, शिक्षण संस्थानों और एनसीसी स्टाफ को किया सम्मान
गुवाहाटी, 25 मार्च (Udaipur Kiran) । एनसीसी उत्तर पूर्वी क्षेत्र (एनईआर) ने मंगलवार को गुवाहाटी के कलाक्षेत्र में वार्षिक पुरस्कार समारोह का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में 2024-25 के दौरान सातों पूर्वोत्तर राज्यों के कैडेटों, शिक्षण संस्थानों और एनसीसी स्टाफ की उत्कृष्ट उपलब्धियों और योगदान को सम्मानित किया गया।
इस समारोह के मुख्य अतिथि असम के राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य थे। वहीं, असम की खेल और युवा मामलों की मंत्री नंदिता गार्लोसा ने भी इसमें शिरकत की और पुरस्कार वितरित किए। एनसीसी एनईआर ने इस अवसर पर एनसीसी कैडेटों, एसोसिएट एनसीसी ऑफिसरों (एएनओ), गर्ल कैडेट इंस्ट्रक्टरों (जीसीआई), एनसीसी स्टाफ और श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले शिक्षण संस्थानों के प्राचार्यों को सम्मानित किया।
राज्यपाल आचार्य ने अपने संबोधन में पुरस्कार विजेताओं की प्रशंसा करते हुए कहा कि “एनसीसी युवा पीढ़ी में नेतृत्व, अनुशासन और देशभक्ति की भावना विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आज हम उन लोगों का सम्मान कर रहे हैं जिन्होंने इन मूल्यों को अपनाने में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है।”
इस कार्यक्रम की एक बड़ी विशेषता 55 पुरस्कारों का वितरण रहा, जो उन व्यक्तियों और शिक्षण संस्थानों को दिए गए जिन्होंने 2024-25 में एनसीसी की छवि को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। श्रेष्ठ कैडेटों को उनकी नेतृत्व क्षमता और उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया, जबकि श्रेष्ठ एएनओ को उनके मार्गदर्शन के लिए सराहा गया।
राज्यपाल ने एनसीसी एनईआर के सर्वश्रेष्ठ समूह के रूप में जोरहाट को, सर्वश्रेष्ठ एनसीसी यूनिट के रूप में 5 असम बटालियन एनसीसी को ट्रॉफी और बैनर प्रदान किया। वहीं, साउथ प्वाइंट स्कूल गुवाहाटी की एएनओ लेफ्टिनेंट मोइत्री हजारिका को सर्वश्रेष्ठ महिला एएनओ और मेघालय के कैप्टन जेपी उपाध्याय को सर्वश्रेष्ठ पुरुष एएनओ के रूप में सम्मानित किया गया। इसके अलावा, सिलचर के एसयूओ वीरज्योति शर्मा को सर्वश्रेष्ठ पुरुष कैडेट और एसयूओ भावना थापा को सर्वश्रेष्ठ महिला कैडेट के रूप में चुना गया।
इस समारोह में वरिष्ठ सैन्य अधिकारी मेजर जनरल गगनदीप (सेना मेडल), एडीजी एनसीसी एनईआर और एनसीसी एनईआर के सभी ग्रुप कमांडर उपस्थित रहे। उनकी मौजूदगी ने इस अवसर के महत्व को और बढ़ा दिया। इस दौरान नए डीजी एनसीसी एनईआर ने सभी विजेताओं को बधाई देते हुए शिक्षण संस्थानों की भूमिका की सराहना की और एनसीसी के लक्ष्य को दोहराया कि यह अनुशासित और सेवा भाव से ओत-प्रोत युवा पीढ़ी को तैयार करने का प्रयास करता रहेगा।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश
