Assam

‘रन फॉर फन’ इवेंट के साथ एनसीसी गुवाहाटी ने मनाया ‘राष्ट्रीय खेल दिवस’

असमः 'राष्ट्रीय खेल दिवस' पर एनसीसी गुवाहाटी की ओर से आयोजित 'रन फॉर फन' इवेंट का दृश्य
एनसीसी कैडेट्स गुवाहाटी ने 'राष्ट्रीय खेल दिवस' को मनाया 'रन फॉर फन' इवेंट के साथ ।
एनसीसी कैडेट्स गुवाहाटी ने 'राष्ट्रीय खेल दिवस' को मनाया 'रन फॉर फन' इवेंट के साथ ।

गुवाहाटी (असम), 29 अगस्त (Udaipur Kiran) । 60वीं असम गर्ल्स बटालियन एनसीसी, एनसीसी ग्रुप गुवाहाटी के तत्वावधान में और एनसीसी निदेशालय पूर्वोत्तर क्षेत्र (एनईआर) के अंतर्गत, ‘राष्ट्रीय खेल दिवस’ के उपलक्ष्य में केंद्रीय विद्यालय, नारंगी में ‘रन फॉर फन’ इवेंट का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में लगभग 400 कैडेट्स ने भाग लिया, जिनमें वरिष्ठ विंग के लड़के और लड़कियां, जो गुवाहाटी के लगभग 50 कॉलेजों एवं विश्वविद्यालयों से थे, शामिल हुए। उन्होंने 4 किमी की दौड़ में हिस्सा लिया और एक प्रेरणादायक खेल व्यक्तित्व के साथ बातचीत की, जिससे फिटनेस और सामुदायिक भावना के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का प्रदर्शन हुआ।

आज सुबह आयोजित दौड़ को 60वीं असम गर्ल्स बटालियन एनसीसी, गुवाहाटी के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल अजय कुमार शर्मा ने झंडी दिखाकर रवाना किया। लड़के और लड़कियों की श्रेणी में पहले तीन विजेता कैडेट्स को पदक दिए गए।

इस आयोजन की एक मुख्य आकर्षण नयनमणि सैकिया, जो एक अर्जुन पुरस्कार प्राप्तकर्ता और प्रतिष्ठित भारतीय अंतरराष्ट्रीय लॉन बॉलर हैं, थी। सैकिया ने अपने प्रेरक सफर से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया और दृढ़ संकल्प, समर्पण और व्यक्तिगत विकास में खेलों की भूमिका पर मूल्यवान जानकारी साझा की।

60वीं असम गर्ल्स बटालियन एनसीसी के कमांडिंग ऑफिसर ने कहा, यह आयोजन केवल दौड़ने के बारे में नहीं है, बल्कि खेल और फिटनेस के प्रति हमारे साझा जुनून को मनाने के लिए एक समुदाय के रूप में एकत्र होने के बारे में है। हम कैडेट्स द्वारा दिखाई गई भागीदारी और उत्साह से बेहद खुश हैं।

भारत में ‘राष्ट्रीय खेल दिवस’ 29 अगस्त को मनाया जाता है ताकि, भारतीय खेल इतिहास के सबसे प्रतिष्ठित व्यक्तित्वों में से एक, मेजर ध्यानचंद के जन्मदिन को मनाया जा सके। वह एक महान फील्ड हॉकी खिलाड़ी थे, जिनकी असाधारण कौशल और उपलब्धियों ने उन्हें हॉकी के जादूगर का उपनाम दिलाया। खेल में उनके योगदान और हॉकी में भारत की सफलता में उनकी भूमिका इस दिन के महत्व के केंद्र में है। उनका करियर 1920 से 1940 के दशक तक फैला रहा, जिसमें उन्होंने भारत को तीन ओलंपिक स्वर्ण पदक (1928, 1932, और 1936) दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। ‘राष्ट्रीय खेल दिवस’ को 2012 में आधिकारिक रूप से ध्यानचंद की विरासत का सम्मान करने और पूरे देश में खेल और शारीरिक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए स्थापित किया गया था।

‘रन फॉर फन’ इवेंट का उद्देश्य सक्रिय जीवनशैली को प्रोत्साहित करना और प्रतिभागियों के बीच सौहार्द की भावना को बढ़ावा देना था। 4 किमी की दौड़ वरिष्ठ डिवीजन (एसडी) और वरिष्ठ विंग (एसडब्ल्यू) के कैडेट्स, दोनों लड़के और लड़कियों के लिए थी, जो कार्यक्रम की समावेशी भावना को दर्शाता है। आज के आयोजन की सफलता एनसीसी ग्रुप मुख्यालय, गुवाहाटी और एनसीसी निदेशालय एनईआर की युवाओं के बीच खेलों और स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता की पुष्टि करती है।

(Udaipur Kiran) / किशोर मिश्रा

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