
जयपुर, 17 दिसंबर (Udaipur Kiran) । ड्रग-फ्री कैंपस अभियान के तहत नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी), राजस्थान के जोनल निदेशक घनश्याम सोनी के नेतृत्व में सीकर के प्रिंस कॉलेज में मंगलवार काे जागरुकता सेमिनार का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में लगभग 500 छात्र-छात्राओं, शिक्षकों एवं शिक्षाविदों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।
अपने संबोधन में घनश्याम सोनी ने नशे की समस्या के गंभीर प्रभावों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि नशा न केवल युवाओं के उज्ज्वल भविष्य को समाप्त करता है, बल्कि नार्को-टेररिज्म को बढ़ावा देता है, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरा है। उन्होंने कहा कि नशे की लत समाज के ताने-बाने को कमजोर कर देती है और राष्ट्र की आर्थिक एवं सामाजिक प्रगति को बाधित करती है। नशा तस्करी संगठित अपराध एवं आतंकवाद से गहराई से जुड़ी हुई है, जिसे समाप्त करने के लिए हम सभी को एकजुट होकर प्रयास करने होंगे।
सोनी ने छात्रों और शिक्षकों से अपील की कि वे सतर्क रहें और किसी भी प्रकार की संदिग्ध नशीले पदार्थों की तस्करी की जानकारी तुरंत साझा करें। उन्होंने मानस पोर्टल के टोल-फ्री नंबर 1933 की जानकारी दी और कहा कि आम नागरिक इस नंबर पर पूरी गोपनीयता के साथ सूचना देकर समाज से नशे के खतरे को समाप्त करने में अपना योगदान दे सकते हैं।
कार्यक्रम के अंत में उपस्थित सभी प्रतिभागियों ने नशे के खिलाफ जागरूक रहने और समाज को नशामुक्त बनाने की शपथ ली। एनसीबी राजस्थान का यह अभियान युवाओं को जागरूक करने और समाज को एक नशामुक्त एवं सुरक्षित भविष्य प्रदान करने की दिशा में एक सशक्त कदम है।
—————
(Udaipur Kiran) / रोहित
