जयपुर, 23 दिसंबर (Udaipur Kiran) । केन्द्रीय आयुष मंत्रालय द्वारा शुरू किये गये देश का प्रकृति परीक्षण
अभियान के तहत सोमवार को सार्वजनिक निर्माण विभाग मुख्यालय में राष्ट्रीय
आयुर्वेद संस्थान, जयपुर के द्वारा कार्मिकों के प्रकृति परीक्षण के लिए
कैम्प आयोजित किया गया। संस्थान के पंचकर्म विशेषज्ञों ने सैकड़ों
कार्मिकों का प्रकृति परीक्षण कर उन्हें आहार-विहार के बारे में समझाया और
चिकित्सा परामर्श दिया।आयुष मंत्रालय द्वारा नेशनल कमीशन फॉर इण्डियन सिस्टम ऑफ मेडिसन के
साथ 26 नवम्बर से 25 दिसम्बर तक देश का प्रकृति परीक्षण अभियान चलाया
जा रहा है। इसका प्रमुख उद्देश्य लोगों को उनकी प्रकृति (शारीरिक संरचना)
के बारे में समझाते हुए स्वस्थ जीवनशैली के बारे में जागरूक करना है। अभियान
के तहत लाभार्थी व्यक्ति से प्रकृति परीक्षण एप मोबाइल में डाउनलोड करवाया
जाता है। लाभार्थी से उसके शरीर और जीवनशैली सम्बंधित 22 सवाल आयुर्वेद
चिकित्सक द्वारा पूछे जाते हैं। उसके जवाबों के आधार पर उसकी प्रकृति का
निर्धारण होता है। इसके साथ ही लाभार्थी को उसकी प्रकृति के अनुकूल
व्यक्तिगत डाइट प्लान, जीवनशैली सम्बंधी सुझाव एप पर प्राप्त होते हैं।
लाभार्थी को उसकी प्रकृति का प्रमाण पत्र भी प्राप्त होता है। शिविर के दौरान डॉ. मीना यादव, डॉ. विनीता, डॉ. ओम प्रकाश, डॉ. अभिषेक एवं चार तकनीशियन की टीम ने प्रकृति परीक्षण किया। ————–
(Udaipur Kiran) / रोहित