
लखनऊ, 09 जून (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश में बिजली के निजीकरण का टेंडर होने की प्रक्रिया से नाखुश नेशनल कोऑर्डिनेशन कमेटी ऑफ़ इलेक्ट्रिसिटी इम्प्लाइज एंड इंजीनियर्स की राष्ट्रीय कोर कमेटी की बैठक हुई। इसमें निर्णय हुआ कि उत्तर प्रदेश के बिजली कर्मियों के समर्थन में दो जुलाई को देशव्यापी विरोध प्रदर्शन होगा। पूरे देश के 27 लाख बिजली कर्मी एक दिन की सांकेतिक हड़ताल करेंगे। इसे बाद 09 जुलाई को देश के बिजली कर्मी उप्र में निजीकरण के विरोध में राष्ट्रव्यापी हड़ताल करेंगे।
ऑल इंडिया पावर इंजीनियर्स फेडरेशन के चेयरमैन शैलेंद्र दुबे ने बताया कि नेशनल कोऑर्डिनेशन कमेटी ऑफ़ इलेक्ट्रिसिटी इम्प्लाइज एंड इंजीनियर्स की दिल्ली में हुई बैठक में ऑल इंडिया पावर डिप्लोमा इंजीनियर्स फेडरेशन के सेक्रेटरी जनरल अभिमन्यु धनकड़, ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ़ इलेक्ट्रिसिटी इंप्लाइज के जनरल सेक्रेटरी मोहन शर्मा, इलेक्ट्रिसिटी इंप्लाइज फेडरेशन ऑफ़ इंडिया के जनरल सेक्रेटरी सुदीप दत्ता, ऑल इंडिया पावर मेंस फेडरेशन के जनरल सेक्रेटरी आर के शर्मा, तमिलनाडु इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड इंप्लाइज फेडरेशन के जनरल सेक्रेटरी ए सेकीजार, इलेक्ट्रिसिटी इंप्लाइज फेडरेशन ऑफ़ इंडिया के उपाध्यक्ष सुभाष लांबा, ऑल इंडिया पावर इंजीनियर्स फेडरेशन के ए के जैन, यशपाल शर्मा और सत्यपाल मुख्यतया उपस्थित थे।
उन्होंने बताया कि लखनऊ में आगामी 22 जून को किसानों, आम घरेलू उपभोक्ताओं और बिजली कर्मियों की हो रही महापंचायत में कोऑर्डिनेशन कमेटी के राष्ट्रीय पदाधिकारी सम्मिलित होंगे। 22 जून की महापंचायत बिजली के निजीकरण के विरोध में निर्णायक जन आंदोलन का फैसला लिया जाएगा।
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(Udaipur Kiran) / श.चन्द्र
