नई दिल्ली, 18 जुलाई (Udaipur Kiran) । भारत सरकार के कृषि और किसान कल्याण विभाग (डीए एंड एफडब्ल्यू) के राष्ट्रीय वर्षा सिंचित क्षेत्र प्राधिकरण (एनआरएए) ने गुरुवार काे नई दिल्ली में ‘जलवायु अनुकूल वर्षा आधारित कृषि (सीआरआरए)’ पर एक राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया। डीए एंड एफडब्ल्यू के अपर सचिव और एनआरएए के सीईओ फैज अहमद किदवई ने डॉ. एसके चौधरी, डीडीजी (एनआरएम), आईसीएआर, फ्रैंकलिन एल खोबुंग, संयुक्त सचिव (वर्षा आधारित कृषि प्रणाली), डीए एंड एफडब्ल्यू और बी रथ, तकनीकी विशेषज्ञ (जल प्रबंधन), एनआरएए की उपस्थिति में इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया।
इस माैके पर फैज अहमद किदवई ने नीतिगत सुधारों का आह्वान किया जो वर्षा आधारित क्षेत्रों में भूमिहीन, छोटे और सीमांत किसानों के विकास को प्राथमिकता देते हैं। चूंकि वर्षा आधारित क्षेत्र चरम जलवायु घटनाओं के प्रति अधिक संवेदनशील हैं, इसलिए उन्होंने वर्षा आधारित कृषि में जलवायु लचीलापन बनाने के लिए कुछ नवीन और प्रौद्योगिकी संचालित कृषि प्रथाओं की वकालत की। उन्होंने आरएडी योजना की क्षमता पर भी प्रकाश डाला, जिसे पारगमन के लिए ‘राष्ट्रीय कृषि विकास योजना’ (आरकेवीवाई) के कैफेटेरिया दृष्टिकोण के तहत एक घटक के रूप में लागू किया जा रहा है।
कार्यशाला के तकनीकी सत्रों ने वर्षा आधारित क्षेत्रों में एकीकृत कृषि प्रणाली (आईएफएस) और पशुधन और प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन की जटिलताओं पर ध्यान केंद्रित किया। जलवायु आधारित एकीकृत कृषि प्रणाली, वाटरशेड विकास, डिजिटल पूर्वानुमान तकनीक, पशुचारण मार्गों के पुनरुद्धार और देश में टिकाऊ कृषि को बढ़ाने के लिए आर्थिक साक्ष्य उत्पन्न करने सहित जलवायु लचीला वर्षा आधारित कृषि के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा हुई।
(Udaipur Kiran)
(Udaipur Kiran) / बिरंचि सिंह / रामानुज