शिमला, 21 मार्च (Udaipur Kiran) । हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के गणित और सांख्यिकी विभाग ने शुक्रवार को गणितीय विज्ञान में हालिया प्रगति पर एक राष्ट्रीय संगोष्ठी का सफलतापूर्वक आयोजन किया। इस संगोष्ठी का उद्देश्य गणितीय विज्ञान के क्षेत्र में विद्वानों, शिक्षाविदों और शोधकर्ताओं के बीच ज्ञान और प्रगति का आदान-प्रदान करना था। गणित और सांख्यिकी विभाग की अध्यक्ष डॉ. शालिनी गुप्ता ने स्वागत भाषण दिया और विभाग की उल्लेखनीय उपलब्धियों को प्रदर्शित किया। कुलपति प्रो. बंसल ने वैज्ञानिक प्रगति और अंतःविषय अनुसंधान में गणित की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया और गणित को सभी विज्ञानों की रानी कहा।
मुख्य अतिथि प्रो. बी. के. शिवराम ने दैनिक जीवन में गणित के महत्व पर प्रकाश डाला। संगोष्ठी के स्मारिका का विमोचन गणमान्य व्यक्तियों और संकाय सदस्यों द्वारा किया गया। उद्घाटन सत्र का समन्वयन आयोजन सचिव डॉ. पुष्पलता शर्मा ने किया जबकि सत्र का समापन एचपीयू के गणित और सांख्यिकी विभाग के संयोजक प्रो. खेमचंद ने धन्यवाद ज्ञापन के साथ किया।
इस संगोष्ठी में विभिन्न प्रतिष्ठित संस्थानों के विशेषज्ञों ने आमंत्रित वार्ता सत्र में भाग लिया। प्रो. राकेश कुमार (सीयूएच, धर्मशाला) ने वाइनकिण्वन गतिकी के गणितीय मॉडलिंग और विश्लेषण पर चर्चा की, जबकि डॉ. सरताज उल हसन (आईआईटी जम्मू) ने स्थानीय क्रमचय बहुपद और लैटिन वर्गों के संबंधों पर अपने विचार प्रस्तुत किए। प्रो. सत्यबीर सिंह (पंजाबी विश्वविद्यालय, पटियाला) ने गणितीय अनुसंधान में प्रकृति से प्रेरित तकनीकों पर चर्चा की। प्रो. जितेन्द्र सिंह सिक्का (एम.डी. विश्वविद्यालय, रोहतक) ने पृथ्वी की आंतरिक संरचना और भूकंपीय तरंगों के प्रसार पर अपने विचार साझा किए।
इस संगोष्ठी में कुल 150 प्रतिभागियों ने भाग लिया और चार समानांतर तकनीकी सत्रों में लगभग 55 शोधपत्र प्रस्तुत किए गए। डॉ. शालिनी गुप्ता ने स्वागत भाषण दिया, जिसके बाद प्रो. खेमचंद ने सम्मेलन की प्रमुख बातों को उजागर किया। प्रो. जे. एस. धीमान ने मुख्य अतिथि के रूप में सत्र की शोभा बढ़ाई और गणितीय शोध और नवाचार को बढ़ावा देने में विभाग के प्रयासों की सराहना की।
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(Udaipur Kiran) शुक्ला
