
जयपुर, 05 जून (Udaipur Kiran) । राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने कहा कि प्रदूषण लोगों द्वारा ही बढ़ाया गया है, इसलिए इसे रोकने की जिम्मेदारी भी हम सबकी है। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण को सामूहिक दायित्व बताते हुए कहा कि इसके लिए सभी स्तरों पर प्रयास हों। उन्होंने अधिक तापमान की चर्चा करते हुए कहा कि यह इसलिए रहता है कि पेड़ कम होते हैं। पेड़ अधिक से अधिक लगे। आंकड़ों में नहीं व्यवहार में सघन वृक्षारोपण किया जाए। जो पेड़ लगे उनकी गिनती बाद में वृक्ष रूप में पनपने के आधार पर हो। उन्होंने अमलतास पेड़ पर तमिलनाडु के शोधार्थियों की शोध का उल्लेख करते हुए कहा कि यह पेड़ सर्वाधिक ऑक्सीजन देता है और जलाने पर सबसे कम कार्बन उत्सर्जन करता है। इसलिए ऐसे पेड़ धरती पर अधिकाधिक लगें ताकि पर्यावरण सुरक्षित रहें।
राज्यपाल गुरुवार को स्वामी केशवानंद इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में विज्ञान भारती और अन्य संस्थाओं के सहयोग से आयोजित विश्व पर्यावरण दिवस पर राष्ट्रीय संगोष्ठी में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पेड़ लगाने के समाचार आते हैं, पर इनमें से जिंदा कितने रहते हैं इस बारे में भी जानकारी आनी चाहिए। उन्होंने जवाबदेही रखते हुए पेड़ लगाने, उसकी बाद में सार संभाल कर पनपने देने के लिए भी कार्य करने का आह्वान किया। उन्होंने हरियाली के लिए और पर्यावरण संरक्षण के लिए सबको सामूहिक दायित्व समझते हुए कार्य करने पर जोर दिया।
राज्यपाल ने जल संरक्षण के लिए भी गंभीर सोच रखते हुए कार्य करने की बात कही। उन्होंने कहा कि समुद्र को छोड़ दें तो केवल ढाई प्रतिशत पानी ही ऐसा उपलब्ध है जो पीने योग्य हैं। इसलिए इसको बचाना जरूरी है।
राज्यपाल ने इससे पहले विज्ञान भारती द्वारा पर्यावरण संरक्षण के लिए उत्कृष्ट कार्य करने वाली प्रतिभाओं को वृक्ष मित्र पुरस्कार से सम्मानित किया। विज्ञान भारती के डॉ. मेंघेद्र शर्मा ने बताया कि विज्ञान भारती पर्यावरण संरक्षण की सोच विकसित करने के साथ विज्ञान की भारतीय परंपरा का विकास कर रही है। आरंभ में सुरजाराम मिल ने सभी का स्वागत किया।
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(Udaipur Kiran)
