
सिलीगुड़ी, 09 अप्रैल (Udaipur Kiran) । सिक्किम की जीवनरेखा राष्ट्रीय राजमार्ग-10 बुधवार से दो चरणों में पांच दिनों के लिए बंद हो गया है। कलिम्पोंग जिला प्रशासन ने सेवक से रोंगपो तक राष्ट्रीय राजमार्ग को नौ, 10 और 17 से 19 अप्रैल तक बंद रखने की घोषणा की है।
हालांकि, छोटे वाहनों को चरणबद्ध तरीके से कुछ समय के लिए छूट दी गई है।
जारी अधिसूचना में कलिम्पोंग के जिला मजिस्ट्रेट बालासुब्रमण्यन टी ने कहा कि केंद्रीय सड़क परिवहन एजेंसी राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड (एनएचआईडीसीएल) राष्ट्रीय राजमार्ग पर कुछ बहुत आवश्यक कार्य करेगी। इस कार्य के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग पर सभी प्रकार के भारी वाहनों को अस्थायी रूप से बंद करने का निर्णय लिया गया है।
दरअसल, राष्ट्रीय राजमार्ग-10 की स्थिति लगातार खतरनाक होती जा रही है। कुछ दिन पहले सिक्किम के सांसद इंद्र हंग सुब्बा ने केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से इस बारे में शिकायत की थी।
जिसके बाद गडकरी ने सड़क मरम्मत का आश्वासन दिया था। उस आश्वासन के पांच दिन बाद एनएचआईडीसीएल ने सड़क मरम्मत की घोषणा की है।
केंद्रीय सड़क प्राधिकरण की ओर से उप महाप्रबंधक (पीएमयू-सिलीगुड़ी) छाया राजपूत ने सोमवार को अधिसूचना जारी कर कहा कि सेवक से रंगपो तक सड़क पर नौ व 10 तथा 17 व 19 अप्रैल को सभी प्रकार के भारी वाहनों का परिचालन बंद रहेगा।
हालांकि छोटे वाहनों के लिए सुबह छह से सात बजे, सुबह आठ से नौ बजे, सुबह 10 से 11 बजे, दोपहर 12 से एक बजे, दोपहर दो से तीन बजे तथा शाम चार से पांच बजे तक छूट रहेगी।
राष्ट्रीय राजमार्ग बंद रहने के दौरान भारी यातायात को गोरुबथान, लावा और अल्गारा के रास्ते डायवर्ट किया जाएगा।
इस समय दार्जिलिंग के अलावा कलिम्पोंग और सिक्किम में भी पर्यटकों की बाढ़ आ रही है। ऐसे में पांच दिन तक दो बार राष्ट्रीय राजमार्ग बंद होने का मतलब पर्यटकों के लिए परेशानी है। लेकिन पर्यटन व्यवसायियों का मानना है कि राष्ट्रीय राजमार्ग की मरम्मत भविष्य की सुरक्षा के लिए बेहद जरूरी है।
(Udaipur Kiran) / सचिन कुमार
