Jammu & Kashmir

नेशनल कॉन्फ्रेंस के सांसद संसद में आरक्षण का मुद्दा उठाने में विफल रहे- महबूबा मुफ्ती

Mehbooba Mufti

श्रीनगर 24 दिसंबर (Udaipur Kiran) । पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने नेशनल कॉन्फ्रेंस की योग्यता की कमी और अधूरे वादों पर गंभीर चिंता जताई है।

मीडिया से बात करते हुए उन्होंने युवाओं को प्रभावित करने वाले प्रमुख मुद्दों पर कार्रवाई की कमी की आलोचना की, खासकर भर्ती प्रक्रियाओं में योग्यता की उपेक्षा की। उन्होंने युवा उम्मीदवारों की हताशा को उजागर करते हुए कहा कि हम अपने बच्चों को क्या बताएंगे? कड़ी मेहनत करो, सक्षम बनो – फिर क्या? उनके अवसरों को सीमित किया जा रहा है। उन्होंने नेशनल कॉन्फ्रेंस पर कटाक्ष करते हुए उसके सांसदों पर संसद में इन चिंताओं को व्यक्त करने में विफल रहने का आरोप लगाया। लोगों ने उन्हें इस उम्मीद में वोट दिया कि वे हमारी समस्याओं का समाधान करेंगे या कम से कम संसद में बोलेंगे। एक साल से ज़्यादा हो गया है और एक भी सांसद ने आरक्षण नीति का मुद्दा नहीं उठाया है। इस मामले को सुविधाजनक तरीके से अदालतों पर छोड़ दिया गया है जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।

उन्होंने 2018 में एसआरओ 49 की शुरुआत की ओर भी इशारा किया जिसमें विशेष क्षेत्रों में योग्यता के महत्व को बताते हुए ओपन कैटेगरी के लिए 75 प्रतिशत स्नातकोत्तर पदों को आरक्षित किया गया था।

उन्होंने ओपन मेरिट उम्मीदवारों के लिए उचित प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने के लिए तत्काल हस्तक्षेप का आह्वान किया और राजनीतिक नेताओं से अदालत के फ़ैसलों की प्रतीक्षा करने के बजाय कार्रवाई करने का आग्रह किया।

पीडीपी अध्यक्ष ने मौजूदा सरकार की निष्क्रियता पर निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि इतने मजबूत बहुमत के साथ मुझे उम्मीद थी कि वे इसे हल करेंगे। इसके बजाय उन्होंने इसे अनदेखा करना चुना है जिससे युवा असहाय और निराश हो गए हैं।

(Udaipur Kiran) / बलवान सिंह

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