कारगिल विजय दिवस के अवसर पर कार्यक्रम आयोजित
कार्यक्रम में कारगिल युद्ध पर डॉक्यूमेंट्री भी प्रस्तुत
हिसार, 26 जुलाई (Udaipur Kiran) । गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा है कि शहीदों के बताए रास्ते पर चलने वाली सभ्यताएं ही तरक्की कर पाती हैं। कारगिल युद्ध हमारे देश के वीर सैनिकों के शौर्य की अदभुत गाथा है।
कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के चौधरी रणबीर सिंह सभागार में शुक्रवार को कारगिल विजय दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इसमें देशभक्ति से ओत-प्रोत कार्यक्रमों की शानदार प्रस्तुतियां हुई। कारगिल युद्ध के योद्धाओं के साथ-साथ देश के सभी शहीदों को नमन किया गया। कारगिल युद्ध से जुड़ी अनछुई कहानियां सुनी और सुनाई गई। यह कार्यक्रम कारगिल विजय दिवस की रजत जयंती के अवसर पर थर्ड हरियाणा गर्ल्स बटालियन एनसीसी द्वारा गुजविप्रौवि के संयुक्त तत्वाधान में किया गया। कुलपति ने कहा कि कारगिल में घुसपैठ पाकिस्तान की शर्मनाक घटना थी। इस युद्ध में देश के 527 सैनिकों ने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया जबकि लगभग 1400 सैनिक घायल हुए।
दूरदर्शन के पूर्व निदेशक अजीत सिंह ने बताया कि उन्होंने कारगिल युद्ध को दूरदर्शन के पत्रकार के रूप में कवर किया था। उन्होंने बताया कि बोफोर्स तोपों की इस युद्ध में महत्वपूर्ण भूमिका थी। उन्होंने स्वयं देखा है कि इस युद्ध में भारतीय सैनिकों ने अपनी जान तक की बाजी लगाने में एक पल के लिए भी नहीं सोचा। कर्नल ज्ञानप्रकाश ने बताया कि पाकिस्तानी घुसपेठियों ने भारत के 32 सैन्य ठिकानों को अपने कब्जे में ले लिया था। कुल 84 दिन चले इस दुर्गम युद्ध में भारत के सैनिकों ने जिस साहस और शौर्य का प्रदर्शन किया, उसे दुनिया सदियों तक याद रखेगी। उन्होंने कहा कि सैनिकों के बलिदान व समर्पण के चलते ही आज देश सुरक्षित है।
इस आयोजन में ऑनरेरी कैप्टन कृष्ण सिहाग ने कारगिल युद्ध से जुड़ी स्वयं की तथा अपनी बटालियन की वीर गाथाओं के बारे में जानकारी दी। बटालियन के थर्ड ऑफिसर लवलीन कौर ने स्वागत किया तथा कारगिल युद्ध के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी। देशभक्ति के सांस्कृतिक कार्यक्रमों में थर्ड हरियाणा गर्ल्स बटालियन एनसीसी हिसार की इकाइयों ने प्रस्तुतियां दी। प्रथम स्थान ठाकुर भार्गव दास वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल की इकाई ने प्राप्त किया। दूसरे स्थान पर गुजविप्रौवि हिसार की इकाई की टीम रही जबकि तीसरा स्थान विद्या देवी जिंदल स्कूल हिसार की इकाई ने प्राप्त किया। इस अवसर पर कारगिल युद्ध पर एक डॉक्यूमेंट्री भी प्रस्तुत की गई। कार्यक्रम में एनसीसी कोर्डिनेटर प्रो. राजीव कुमार, मेजर एडमन ऑफिसर अकांक्षा पांडे, सीनियर जीसीआई निशा, जीसीआई संगीता सहारन, महिपाल सहित एनसीसी इकाइयों के अधिकारी व संयोजक तथा एनसीसी के वरिष्ठ सैन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर / SANJEEV SHARMA