नारनाैल, 23 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि) महेंद्रगढ़ अर्थशास्त्र विभाग द्वारा अगामी 27 नवंबर को विकसित भारत में महिलाओं का योगदान विषय पर केंद्रित सेमिनार का आयोजन किया जा रहा है। भारतीय सामजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद् (आईसीएसएसआर) नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित इस राष्ट्रीय सेमिनार का उद्देश्य आर्थिक विकास को गति देने में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालना है।
बुधवार को विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने सेमिनार की स्मारिका का विमोचन करते हुए कहा कि भारत की हरित क्रांति में पंजाब और हरियाणा का विशेष योगदान रहा है। हालांकि, महिलाओं की समान भागीदारी के बिना आर्थिक विकास की पूरी क्षमता का दोहन नहीं हो पाता है। प्रगति के बावजूद, लैंगिक असमानताएँ इन क्षेत्रों की समावेशी प्रगति में बाधा डालती हैं। अवश्य ही इस आयोजन के माध्यम से विकासित भारत में महिलाओं के योगदान को जानने.समझने में मदद मिलेगी।
सेमिनार के निदेशक प्रो. रंजन अनेजा ने कहा कि पंजाब और हरियाणा में महिलाओं को संसाधनों, शिक्षा और आर्थिक अवसरों तक सीमित पहुंच जैसी विविध चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि यह सेमिनार इन मुद्दों को संबोधित करने और उनके समग्र विकास और कल्याण के लिए रणनीति खोजने में योगदान देगा। अर्थशास्त्र विभाग के प्रमुख और सेमिनार के संयोजक डॉ. अमनदीप वर्मा ने बताया कि महिलाओं का आर्थिक सशक्तिकरण सामाजिक प्रगति के लिए आवश्यक है। अधिकतर महिलाओं के पास ऋणए बाजार संपर्क और प्रौद्योगिकी तक पहुंच ने होने कारण औपचारिक अर्थव्यवस्था में भागीदारी की उनकी क्षमता सीमित हो जाती है। यह सेमिनार भारत के 2047 के विकसित भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप इन राज्यों में महिलाओं को सशक्त बनाने के रास्ते तलाशेगा। आयोजन सचिव श्रीमती रेणु ने बताया कि सेमिनार के लिए सार, पेपर जमा करवाने की अंतिम तिथि 18 नवंबर तक है। इस मौके पर विभाग की सहायक आचार्य डॉ. रश्मि तंवर सहित विभिन्न संकाय सदस्य भी माैजूद रहे।
(Udaipur Kiran) / श्याम सुंदर शुक्ला