नारनाैल, 27 नवंबर (Udaipur Kiran) । हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि) महेंद्रगढ़ में युवाओं के बीच ज्ञान और सहयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ग्लोबल यंग अकैडमिशियन नेटवर्किंग इनिशिएटिव (ज्ञानी) की शुरुआत हुई है। इस प्रयास के अंतर्गत बुधवार को विश्वविद्यालय के बायोटेक्नोलॉजी विभाग द्वारा विशेषज्ञ व्याख्यान का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.टंकेश्वर कुमार ने इस पहल को विद्यार्थियों के लिए वैश्विक विज्ञान समुदाय से जुड़ने और आगे बढ़ने में मददगार बताया और कहा कि अवश्य ही विश्वविद्यालय के विद्यार्थी व शोद्यार्थी इससे लाभांवित होंगे।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में नेपाल के वन और पर्यावरण मंत्रालय में सलाहकार और नेपाल के यूनेस्को राष्ट्रीय आयोग के पूर्व सदस्य डॉ. रोशन कुमार मौजूद रहे। बायोटेक्नोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. रूपेश देशमुख ने कार्यक्रम की शुरुआत में मुख्य अतिथि का स्वागत किया और कार्यक्रम का परिचय दिया।
मुख्य वक्ता डॉ. रोशन कुमार ने अपने शोध अनुभव प्रतिभागियों से साझा किए। उन्होंने नेपाल के प्राकृतिक संसाधनों, आयुर्वेदिक दवाओं और कृषि में उनके उपयोग पर चर्चा की। साथ ही, उन्होंने विद्यार्थियों और शिक्षकों के लिए द्विपक्षीय आदान-प्रदान कार्यक्रमों की जरूरत पर जोर दिया।
ज्ञानी नेटवर्क में अब तक अमेरिका, कनाडा और यूरोप से 20 शोधकर्ता जुड़ चुके हैं। इस वर्ष, वैश्विक स्तर पर लगभग 100 युवा शोधकर्ताओं को इसमें शामिल किया जाएगा। कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के शिक्षक, विद्यार्थी और शोधार्थियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। प्रो. दिनेश कुमार गुप्ता ने विद्यार्थियों को वैश्विक शोध अवसरों से परिचित कराने और उनके विकास के लिए ऐसे कार्यक्रमों की आवश्यकता पर जोर दिया। इस कार्यक्रम में स्कूल ऑफ इंटरडिस्प्लिनरी एंड एप्लायड साइंसेस के डीन, प्रो. दिनेश कुमार गुप्ता और विभिन्न विभागों के शिक्षकों, विद्यार्थियों व शोद्यार्थियों ने प्रतिभागिता की।
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(Udaipur Kiran) / श्याम सुंदर शुक्ला