नारनाैल, 29 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । आयुष मंत्रालय भारत सरकार के दिशा निर्देशानुसार आयुष विभाग हरियाणा की ओर से मनाए जा रहे 9वें ‘राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस’ के उपलक्ष में मंगलवार को नव दिवसीय आयोजनों की श्रृंखला में धन्वंतरि जयंती के दिन भगवान श्री धन्वंतरि जी का पूजन पूर्ण श्रद्धा, उत्साह व उल्लास के साथ संपन्न करते हुए बिहाली गांव की हरिजन चौपाल में एक जिला स्तरीय निशुल्क आयुष चिकित्सा शिविर का आयोजन किया।
जिला आयुर्वेद अधिकारी डा अजीत सिंह ने उपस्थित लोगों से कहा कि केंद्र एवं हरियाणा सरकार आयुर्वेद को जन-जन तक पहुंचाने के लिए सतत प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि सन् 2016 से धनवन्तरि जयंती को प्रतिवर्ष ‘राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस’ के रूप में भव्य स्तर पर मनाए जाने का निर्णय सरकार ने लिया था और तब से पिछले 8 वर्षों से आयुष विभाग, हरियाणा गांव-गांव और आम जनता तक आयुर्वेद अस्पताल, सामान्य अस्पतालों में आयुष विंग, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में स्थित आयुष संस्थाओं, आयुर्वेदिक औषधालयों, आयुष आरोग्य मंदिरों एवं गांवों में प्रतिमाह लगाए जा रहे निशुल्क आयुष चिकित्सा शिविरों के माध्यम से आयुर्वेद एवं योग से आमजन को लाभान्वित करने का कार्य निरंतर किया जा रहा है जिसमें आयुष आरोग्य मंदिरों में आमजन को शुगर एवं रक्त जांच आदि की सुविधा के साथ-साथ निशुल्क आयुष औषधियां भी सुलभ हो रही है।
उन्होंने बताया कि आयुष्मान कार्ड का लाभ एवं आयुर्वेद की औषधियों के पुनर्भरण प्रतिपूर्ति किए जाने की प्रक्रिया पर भी सरकार गंभीरता से विचार कर रही है ताकि अधिक से अधिक लोग एवं सरकारी अधिकारी कर्मचारी भी आयुष पद्धतियों का लाभ लेते हुए अपनी औषधियों पर हुए खर्च का पुनर्भरण करा सकें। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद न केवल चिकित्सा विज्ञान है अपितु लंबी आयु प्राप्त करते हुए सुखमय जीवन जीने का आधार है। आयुर्वेद के सूत्र सार्वभौमिक एवं सर्वकालिक सत्य है जो समय के अनुरूप बदलते नहीं है। आयुर्वेद में आज से 5000 वर्ष पूर्व कही हुई बात आज भी वैसी की वैसी ही है और आयुर्वेद में वर्णित औषधि एवं सूत्र अपरिवर्तित रहते हैं। इस मौके पर रोगों की जांचकर 220 रोगियों को निशुल्क औषधियां वितरित की गई।
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(Udaipur Kiran) / श्याम सुंदर शुक्ला