नारनौल, 14 सितंबर (Udaipur Kiran) । न्यायिक परिसर नारनौल, महेन्द्रगढ़ व कनीना में शनिवार को जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष डा. विरेन्द्र प्रसाद के मार्गदर्शन में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। अदालत में कुल 16286 केस निपटारे के लिए रखे गए इनमें से 8095 केसों का फैसला किया गया।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव एवं मुख्य न्यायायिक दंडाधिकारी शैलजा गुप्ता ने बताया कि इस लोक अदालत में वाहन दुर्घटना मुआवजा केस, वैवाहिक मामले, जमीन अधिग्रहण मुआवजा से सम्बन्धित मामले, दीवानी मामले जैसे की किराया, बैंक ऋण, बच्चों व पत्नी के लिए भरण-पोषण, चैक बाउंस, साईबर क्राइम व राजीनामा योग्य फौजदारी मामलों को रखा गया। लोक अदालत में कुल 16286 केस निपटारे के लिए रखे गए इनमें से 8095 केसों का फैसला किया गया। इसमें से 38 मोटर वाहन दुर्घटना से सम्बन्धित मामले में कुल 2 करोड़ 31 लाख 30700 रूपए का मुआवजा दिया गया। इस लोक अदालत में अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश कंवरपाल सिंह, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी जतिन गुजराल व सिविल जज जुनियर डिविजन भुवनेश सैनी नारनौल में, सिविल जज जुनियर डिविजन विशेष गर्ग कनीना में व महेन्द्रगढ़ में सिविल जज जुनियर डीविजन मैडम रितु तंवर न्यायधीशों की बैंचों द्वारा फैसले किए गए। इस मौके पर केन्द्रीय विश्वविद्यालय पाली के विधी विभाग के छात्रों ने एक प्रदर्शनी का आयोजन किया। साथ ही एक लोक अदालत से संबंधित नाटक की भी प्रस्तुती की गई। इस मौके पर केन्द्रीय विश्वविधालय के डा. प्रदीप सिहं डीन व हैड मौजूद रहे।
—————
(Udaipur Kiran) / श्याम सुंदर शुक्ला