नर्मदापुरम, 23 सितंबर (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश में नर्मदापुरम जिले के सिवनी मालवा में भारतीय किसान यूनियन ने सोयाबीन, धान और गेहूं का समर्थन मूल्य बढ़ाने की मांग की लेकर सोमवार को ट्रैक्टर रैली निकाली। सभास्थल की अनुमति को लेकर किसानों के आगे प्रशासन को झुकना पड़ा। भीड़ और किसान नेता राकेश टिकैत की मांग पर मंडी का मेन गेट खोल दिया गया। किसान और कार्यकर्ता मंडी परिसर के अंदर आ गए, जहां किसान नेता राकेश टिकैत की मौजूदगी में सभा की गई।
इससे पहले, प्रशासन ने यूनियन को 500 ट्रैक्टर की रैली निकालने की अनुमति तो दी, लेकिन अनाज मंडी परिसर में सभा की परमिशन नहीं दी थी। मंडी में किसान यूनियन की सभा न हो, इसके लिए प्रशासन ने मंडी में ताला लगवाकर देर रात बैरिकेडिंग करा दी थी। सिवनी मालवा एसडीएम सरोज परिहार का कहना है कि मंडी में सभा की अनुमति नहीं है। संगठन के पदाधिकारियों से सहमति बनाकर ब्रिज के नीचे अनुमति दी है।
सोमवार को किसान ट्रैक्टर रैली के साथ मंडी पहुंचे तो प्रशासन को झुकना पड़ा और मंडी का खोल दिया गया। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने मंडी परिसर में सभा मंच से कहा कि इस मंच पर राजनीतिक आदमी नहीं आएगा। न ही उसे माइक दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि मंडी हमारा घर है। आप यहां हमेशा अपनी बैठक करो। किसानों को मंडी में आने से कौन रोक सकता है। प्रशासन अपने घर आने से रोक रहा था, लेकिन हमारी भी जिद थी, घर आने की।
किसान नेता टिकैत ने कहा कि सिवनी मालवा मंडी परिसर में प्रशासन पंचायत नहीं करने दे रहा। यह अत्याचार है। क्या यह गुजरात बन चुका है? क्या मध्य प्रदेश के किसानों को आवाज उठाने का अधिकार नहीं है? अगर मंडी के अंदर मीटिंग नहीं होती है, तो प्रदेश में कहीं मीटिंग नहीं करने देंगे। उन्होंने कि मध्यप्रदेश के किसान को सोयाबीन का छह हजार से ऊपर का रेट देना चाहिए। प्रशासन ज्यादा हाव-ताव न करें। उन्होंने कहा था कि जो किसान ट्रैक्टर लेकर आ रहे हैं, वे सभी सिवनी मालवा मंडी पहुंचेंगे। वहीं सरकार को ज्ञापन देंगे। प्रशासन कह रहा है कि हम दूसरी जगह देंगे। लेकिन मंडी तो किसानों की जगह है, इसलिए या तो सभा वहां करेंगे या हम लोग गिरफ्तारी देंगे।
(Udaipur Kiran) तोमर