जम्मू, 4 अगस्त (Udaipur Kiran) । रविवार को नारी शक्ति मंच, जम्मू कश्मीर और लद्दाख तथा भारतीय स्त्री शक्ति ने “महिला विमर्श” के महत्वपूर्ण विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में महिलाओं तथा सम्मानित अतिथियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। सभी ने भारत के भविष्य को आकार देने में महिलाओं के महत्वपूर्ण योगदान एवं महिला विमर्श पर चर्चा की।
कार्यक्रम की शुरुआत नैना सहस्त्रबुद्धे (उपाध्यक्ष भारतीय स्त्री शक्ति), डॉ. मनीषा कोठेकर (संगठन महासचिव, भारतीय स्त्री शक्ति) तथा ममता सिंह (अध्यक्ष नारी शक्ति मंच, जम्मू कश्मीर और लद्दाख) द्वारा दीप प्रज्ज्वलन समारोह के साथ हुई। ममता सिंह (अध्यक्ष नारी शक्ति मंच) ने विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं की भूमिका को पहचानने और उन्हें सशक्त बनाने के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने भारत के विकास में महिलाओं के योगदान के महत्व पर प्रकाश डाला। शिक्षा, कौशल विकास, उद्यमिता और लैंगिक पूर्वाग्रह को संबोधित करने पर जोर दिया।
वहीं इसके बाद प्रख्यात वक्ता और अतिथि डॉ. मनीषा कोठेकर ने महिलाओं को राष्ट्र के विकास में योगदान देने में अपनी क्षमता को पूरी तरह से साकार करने के लिए अधिक अवसर और समर्थन की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने पारंपरिक और आधुनिक युग के विकास में महिलाओं के अनुकरणीय कार्यों पर भी ध्यान केंद्रित किया।
अपने संबोधन में नैना सहस्राबुद्धे ने कहा कि विकासशील भारत में महिलाओं की भूमिका बहुमुखी है और राष्ट्र की प्रगति के लिए महत्वपूर्ण है। जैसे-जैसे भारत आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक रूप से विकसित होता जा रहा है विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं के योगदान को तेजी से पहचाना और माना जा रहा है। उन्होंने कार्यशाला को सफल बनाने के लिए सभी प्रतिभागियों, वक्ताओं और आयोजकों के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने लैंगिक समानता की वकालत करने और महिलाओं को भारत के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए सशक्त बनाने के अपने प्रयासों को जारी रखने के लिए संगठन की प्रतिबद्धता दोहराई।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा / बलवान सिंह