जयपुर, 25 जुलाई (Udaipur Kiran) । देवस्थान मंत्री जोराराम कुमावत ने गुरुवार को विधानसभा में आश्वस्त किया कि प्रदेश के मंदिरों में उपवन व नक्षत्र वाटिका विकसित करने के लिए नंदन कानन योजना की समीक्षा कर इसे लागू करने पर विचार किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि पूर्ववर्ती सरकार द्वारा इस योजना की घोषणा की गई थी, लेकिन इसके लिए किसी प्रकार के बजट का प्रावधान नहीं किया गया।
देवस्थान मंत्री प्रश्नकाल के दौरान सदस्यों द्वारा इस संबंध में पूछे गए पूरक प्रश्नों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने बताया कि देवस्थान विभाग द्वारा प्रबंधित एवं नियंत्रित मंदिरों के आसपास की देव भूमियों के विकास के लिए यह योजना लाई गई। योजना के तहत प्रदेश के कुल 593 तथा जयपुर के 37 मंदिरों में उपवन व नक्षत्र वाटिका विकसित किये जाने थे।
इससे पहले विधायक कालीचरण सराफ के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में देवस्थान मंत्री ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार द्वारा प्रदेश के मंदिरों में उपवन व नक्षत्र वाटिका विकसित करने के लिये नंदन-कानन योजना चार जनवरी, 2023 को प्रारंभ की गई थी। कुमावत ने बताया कि वर्तमान सरकार की 100 दिवसीय कार्य योजना के तहत नंदन-कानन योजना अंतर्गत वाटिकाएं/वृक्षारोपण के लिए भूमि चिन्हिकरण की कार्यवाही की जाकर संबंधित जिला कलक्टर को डीएमएफटी फंड के माध्यम से उक्त योजना के विस्तार के तहत 14 स्थानों की भूमि चिन्हित की गई।
(Udaipur Kiran) / संदीप