Gujarat

आदिवासी क्षेत्रों में प्रसूता माताओं के लिए वरदान साबित हो रही “नमोश्री” योजना

नर्मदा जिले की सागबारा तहसील के कुइदा गांव की सुनीताबेन तड़वी सीएचओ के साथ।

राजपीपला, 24 मई (Udaipur Kiran) । स्वास्थ्य विभाग द्वारा राज्य के दूरदराज के आदिवासी बाहुल्य ग्रामीण क्षेत्रों तक स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं के साथ अनेक योजना आधारित सहायता प्रदान की जा रही है। ऐसी ही एक योजना है ‘नमो श्री’ योजना। इस योजना का उद्देश्य नवजात शिशुओं को पोषणयुक्त आहार उपलब्ध कराना एवं राज्य में शिशु एवं मातृ मृत्यु दर में कमी लाना है। इसके तहत कुल 12,000 रुपये की सहायता दी जाती है। आदिवासी क्षेत्रों के लिए यह योजना वरदान स्वरूप साबित हो रही है।

प्राइमरी हेल्थ सेंटर (पीएचसी-सेलबा) के आयुष्यमान स्वास्थ्य मंदिर चिकाली के सीएचओ शीतलबेन परमार से प्राप्त जानकारी के अनुसार, राज्य में प्रसूता माताओं को पर्याप्त पोषण मिले, इस उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा ‘नमोष्री’ योजना प्रारंभ की गई है। नर्मदा स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार गर्भवती और प्रसूता माताओं के लिए राज्य सरकार की “नमोश्री” योजना के तहत वर्ष 2024 से 2025 के दौरान नर्मदा जिले में प्रथम चरण में कुल 5346 लाभार्थी माताओं को 1.06 करोड़ रुपये, दूसरे चरण में 3473 लाभार्थी माताओं को 61.99 लाख रुपये तथा तीसरे चरण में 2188 लाभार्थी माताओं को 84.14 लाख रुपये की सहायता दी गई। इस प्रकार कुल 2.53 करोड़ रुपये की राशि वितरित की गई है।

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(Udaipur Kiran) / बिनोद पाण्डेय

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