—काशी विश्वनाथ मंदिर के गंगा गेट पर गंगाष्टकम एवं द्वादश ज्योतिर्लिंगों का किया पाठ
वाराणसी, 29 दिसंबर (Udaipur Kiran) । पूरे भारत वर्ष को एकता के सूत्र में बांधने वाली मां गंगा का तट रविवार को ‘स्वच्छ गंगा-निर्मल गंगा’ के गगन भेदी उद्घोष से गूंज उठा। ‘एक घाट चलो चलें मोदी के साथ’ अभियान में नमामि गंगे के सदस्यों ने श्री काशी विश्वनाथ धाम के गंगा द्वार पर स्वच्छता की अलख जगाई। अभियान में शामिल स्थानीय नागरिकों और पर्यटकों ने भी सदानीरा के निर्मलीकरण का संकल्प लिया। हाथों में राष्ट्रध्वज और स्वच्छता स्लोगन लिखी तख्तियां लेकर लोगों को जागरूक किया गया।
इसके बाद राजेश शुक्ला के संयोजन में जान्हवी के तट की सफाई भी की गई। धाम के गंगा गेट पर ही गंगाष्टकम एवं द्वादश ज्योतिर्लिंगों का पाठ किया गया। इस दौरान राजेश शुक्ला ने कहा कि गंगा देश को एकता के सूत्र में बांधती है। देश में विविध भाषाएं, धर्म, संस्कृति, संगीत होने के बावजूद कुछ ऐसी चीजें हैं जो हमें बांधे रखती हैं, एकजुट रखती हैं …गंगा उनमें से एक है। गंगा की निर्मलता के लिए योगदान करना हम सभी का राष्ट्रीय और नैतिक दायित्व है। आयोजन में शौर्य जायसवाल, ऋषभ मिश्रा, प्रकाश गुप्ता, गायत्री मदमाले, बरखा वर्मा, उषा कुमावत, लालचंद, लक्ष्मण कुमावत, शौर्य चक्रवाल आदि ने भागीदारी की।
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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी