नागदा, 12 सितंबर (Udaipur Kiran) । उज्जैन जिले के औद्योगिक नगर नागदा में संचालित विदेशी कंपनी के उद्योग लैंक्सेस में कार्यरत एक ठेका मजदूर मिथुन पुत्र भूवान उम्र 40 वर्ष के पेट में कथित लोहे की राड घूसने की दुर्घटना रहस्यमय बन गई है। पहले मजदूर का अस्पताल में भर्ती का और पेट पर पटृटा बांधे एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें श्रमिक स्वंय यह बता रहा हैकि लैंक्सेस उद्योग में दुर्घटना हुई। जिससे उसकी पेट में लोहे की राड घुस गई।
इधर, गुरुवार को औघोगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा विभाग के कारखाना निरीक्षक हिमांशु सालोमन ने हिस संवाददाता से दूरभाष पर स्पष्ट किया कि श्रमिक की ओर से लैंक्सेस प्रबंधन का एक पत्र आया कि यह दुर्घटना उद्योग में नहीं हुई, उसके घर पर ही दरवाजा खोलते समय उसके पेट में सरियां घुस गया। ऐसी स्थिति में मामले की गुत्थी को सुलझाने के लिए श्रमिक को उज्जैन में औधोगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा विभाग कार्यालय में अपना पक्ष रखने के लिए शुक्रवार को बुलाया है। साथ ही अधिकारी का यह भी कहना है कि उनके पास भी पहले इसी श्रमिक की दुर्घटना होने का वीडिया किसी के माध्यम से मिला। जिसमें श्रमिक बता रहा हैकि उद्योग में दुर्घटना हुई। इसका वीडियो भी मिला जिसमें श्रमिक यह स्वीकार कर रहा हैकि यह दुर्घटना घर पर ही हुई।
गौरतलब यह घटना गत 5 सितंबर को हुई थी। घायल श्रमिक का उपचार के दौरान का कथित वीडियो एवं अस्पताल में भर्ती होने के चित्र भी वायरल हुए। इस संवादाता के पास इस प्रकार के सभी प्रमाण सुरक्षित है।
शपथ पत्र पर मांगा पक्ष
अधिकारी हिमांशु का कहना हैकि उद्योग प्रबंधक को यह निर्देश दिया हैकि श्रमिक जो बोल रहा उस का शपथ पत्र लिया जाए। उनका यह भी कहना हैकि कंपनी के फुटेज में इस दुर्घटना के प्रथम दृष्टया प्रमाण सामने नहीं आए है। जानकारी मिली हैकि मजूदर उद्योग से घर गया और इस प्रकार का हादसा हुआ। जांच के बाद ही कुछ स्पष्ट हो पाएगा। उद्योग के कुछ श्रमिकों ने नाम नही बताने की शर्त पर बताया यह मजदूर ठेके में कार्यरत है। उद्योग में यह ठेका ंदबंग लोगों के हाथ संचालित है।
उद्योग प्रबंधन का पक्ष
इस संबध के लैंक्सेस कंपनी के मुंबई में स्थित अधिकारी पवन कुमार का एक बयान इस दुर्घटना के बारे में स्थानीय निलेेश मेहता ने इस संवादाता को व्हाटस पर उपलब्घ कराया है। जिसमें बताया कंपनी का पक्ष हैकि जिस ठेका मजदूर को चोट लगी है वह आधा दिन की छुटृटी लेकर घर पर गया था। गेट पास खुद लिया था। यह बिल्कुल पक्का है। निलेश का यह भी कहना थाकि यह वर्सन स्थानीय एचआर हेड पिंटूदास इंडिया लिमिटेंड प्रायवेट लिमिटेड का भी है।
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(Udaipur Kiran) / कैलाश स्नोलिया