
नागदा, 5 मई (Udaipur Kiran) । प्रधानमंत्री नरेंद्रमोदी का मन एक गंभीर बीमारी से पीड़ित आदिवासी कृषक की जान बचाने के लिए पसीज गया। उपचार के लिए 3 लाख की राशि मंजूर भेजकर स्वयं के हस्ताक्षर से पीड़ित को व्यक्तिगत पत्र भी प्रेषित किया। मामला यह थाकि एक पीड़ित की किडनी नो धोखा दे दिया। पीड़ित की मां की ममता अपने बेटे की जान बचाने के लिए स्वयं आंचल फैलाकर किडनी डोनेट करने को आगे आई , लेकिन मंहगे उपचार अस्पताल के एस्टीमेंट 13 लाख 34 हजार का खर्च सुनकर परिजनों के पांव की जमीन खिसक गई। आयुष्मान कार्ड के बाद भी शेष राशि की व्यवस्था ना करने से पीड़ित मौत के मुहाने पर खड़ा जिंदगी और मौत से जूझ रहा था। इस प्रकरण की भनक जब एक युवक को लगी तो उसने फरिश्ता बन पूरा मामला प्रधानमंत्री नरेंद्रमोदी तक पहुंचाया। मोदीजी का मन पसीजा और तुरंत 3 लाख की राशि प्रेषित कर एक पत्र भी व्यक्तिगत पीड़ित को भेजकर सहायता का एक उत्कृष्ट उदाहरण पेश किया। इधर, अस्पताल से भी बाद में एस्टीमेंट से थोडी राशि कम हो गई। पीड़ित किडनी ट्रांसप्लांट के बाद घर अब लौट आया। अब वह खुशहाल जिदंगी अपने गांव में गुजार रहा है।
यहां का मामला
यह कहानी आदिवासी अंचल के दूरदराज गांव बेड़ा फलिया चिकलिया तहसील थांदला जिला झाबुआ की है। इस गांव के अनिल पिता रामचंद्र खड़िया उम्र 47 वर्ष के उपर उस समय पहाड़ टूट पडा जब उसकी किडनियों ने घोखा दे दिया। उपचार के लिए गुजरात के मुलजी भाई पटेल युरोलाजिकल हास्पिटल नड़ियाद पहुंचा तो डॉ. के परामर्श से किडनी टांसप्लांट का खर्च इतना बताया कि उसकी क्षमता से बाहर था। मूलजी भाई अस्पताल के दस्तावेजों के अनुसार बीमारी से पीडित अनिल को किडनी डोनेट करने के लिए उसकी मॉ वालीबाई खडिया उम्र 69 वर्ष उपयुक्त है।
यह युवक आगे आया
पूर्व पार्षद एवं भाजपा थांदला जिला झाबुआ के पूर्व मंडल अध्यक्ष रोहित (भय्यु) ने पीड़ित के उपचार के लिए सहायता का बीडा उठाया। हिंदुस्थान समाचार संवादाता से बातचीत में राहुल ने बताया अनिल की बीमारी के बारे में उसे उनके एक दोस्त ने बताया। वे पीडित को जानते तक नहीं थे। बाद में पीड़ित का भाई संपर्क में आया। राहुल का कहना थाकि यह पूरा मामला उसने प्रघानमंत्री नरेद्र मोदी तक भेजना का निर्णय लिया। इस पहल के लिए सांसद अनिता नागरसिंह चौहान के समक्ष बात रखी । उनसे आग्रह किया कि प्रघानंत्री राहत कोष से राशि के लिए आप अनुशंसा पत्र लिखे। सांसद ने 29 मार्च 2025 को पत्र श्री बैरागी को उपलब्ध कराया। इसके साथ अनिल से भी एक आवेदन तथा अस्पताल के खर्च की एस्टीमेंट दस्तावेज तथा बैक अकाउंट नबर को संलग्न कर पीएम पोर्टल पर अपलोड किया। महज लगभग दो सप्ताह के बाद ही प्रधानमंत्री ने 16 अप्रैल 2025 को एक व्यक्तिगत पत्र अनिल के नाम प्रेषित किया। राशि भी अस्पताल मे भेज दी गई।
प्रधानमंत्री का मार्मिक पत्र
पीएम ने व्यक्तिगत पत्र अनिल को प्रेषित किया उसमें लिखा हैकि आपकी आर्थिक स्थिति इस गंभीर बीमारी की आपदा से बाहर है। राशि 3 लाख मंजूर की है। आपके परिवार की निस्सहाय स्थिति में सरकार आपकी सहायक बनी। यह राशि जनता के द्धारा किए गए सहयोग प्रदान की गई है। आपका परिवार समाज के इस ऋण को कभी नही भूला सकता, ऐसा मेरा विश्वास है। आप रोग मुक्त हो जाए परिवार के सुख दुख सहभागी रहे ऐसी मेरी शुभकामनाए।
इस संबंध में अनिल खडिया ने बताया मेरी किडनी के ट्रांसप्लांट के खर्च में प्रघानमंत्री नरेद्रमोदी से 3 लाख की राशि प्राप्त हुई। उनका पत्र भी मिला। गुजरात के मुलजी भाई अस्पताल में उपचार हुआ। घर लौट आया हॅू।
(Udaipur Kiran) / कैलाश सनोलिया
