अवंतीपोरा 13 नवंबर (Udaipur Kiran) । उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने इस्लामिक यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, अवंतीपोरा के स्थापना दिवस में भाग लिया।
अपने संबोधन में उपराज्यपाल ने उपकुलपति, संकाय सदस्यों और छात्रों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने विश्वविद्यालय को सीखने के एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में उभरने विशेष रूप से एसटीईएम क्षेत्रों में कुशल मानव संसाधनों के लिए बधाई दी।आईयूएसटी के कुलपति, उपराज्यपाल ने अपनी नवीन और न्यायसंगत प्रथाओं के साथ समाज में प्रत्यक्ष परिवर्तन लाने के लिए विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता दोहराई।
उन्होंने कहा कि मेरा उद्देश्य सीखने को फिर से परिभाषित करना और हमारे उच्च शिक्षण संस्थानों और युवाओं को भविष्य के लिए तैयार करना है। उन्होंने कहा कि आईयूएसटी में हमने विज्ञान, प्रौद्योगिकी और मानविकी को इस तरह से एकीकृत करने के लिए विविध कार्यक्रम पेश किए हैं जहां छात्रों के समग्र विकास के लिए सभी विषय एक साथ काम करते हैं।उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि आईयूएसटी की अभिनव पहल बहु-विषयक और अंतःविषय शिक्षा प्रदान करके उच्च शिक्षा संस्थानों को भविष्य के लिए तैयार करने के लिए एनईपी 2020 के दृष्टिकोण के अनुरूप है।
उन्होंने कहा कि नवाचार, स्टार्टअप और उद्यमिता के क्षेत्र में आईयूएसटी के प्रयासों की पूरे देश में सराहना की जा रही है और इसने केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा प्रतिष्ठित 4-स्टार रैंकिंग हासिल की है।
उपराज्यपाल ने युवाओं से अत्याधुनिक, परिवर्तनकारी तकनीकों का पता लगाने और समाज को लाभ पहुंचाने, हाशिए पर रहने वाले समुदायों को सशक्त बनाने, उज्ज्वल भविष्य के लिए समावेशी और न्यायसंगत विकास को बढ़ावा देने के लिए नवाचार की शक्ति का उपयोग करने का आह्वान किया।उन्होंने युवाओं को सशक्त बनाने और उन्हें देश के सामाजिक-आर्थिक विकास में प्रमुख भागीदार बनाने के लिए क्षमता निर्माण, कौशल विकास और आजीवन सीखने पर ध्यान देने के साथ रचनात्मकता, नवाचार, नई तकनीक, उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए शिक्षण समुदाय और शैक्षणिक संस्थानों पर भी प्रभाव डाला।
इस अवसर पर उपराज्यपाल ने आईयूएसटी में टेक एक्सपो-2024 का उद्घाटन किया और स्टार्टअप इंडिया सीड फंड योजना के तहत वित्तीय सहायता वितरित की। उन्होंने शिक्षकों और मेधावी छात्रों को भी सम्मानित किया और डिज़ाइन योर डिग्री प्रोग्राम, अवधारणा प्रगति और संस्थागतकरण, और जेएंडके और लद्दाख रिसर्च कंसोर्टियम बायलॉज़ सहित कई प्रकाशन जारी किए। आईयूएसटी के उपकुलपति प्रोफेसर शकील अहमद रोमशू ने विश्वविद्यालय की रिपोर्ट प्रस्तुत की और विष्वविद्यालय की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला।
स्थापना दिवस समारोह के एक भाग के रूप में युवा सशक्तिकरण को समर्पित अकादमिक-उद्योग कॉन्क्लेव, टेक-प्रदर्शनी, लिट-फेस्ट और अन्य गतिविधियां आयोजित की गईं।
(Udaipur Kiran) / बलवान सिंह