
चेन्नई, 7 जून (Udaipur Kiran) । प्रसिद्ध संगीतकार इलैयाराजा को भारतीय संगीत में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए शनिवार काे कोयंबटूर में व्यावसायिक उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित किया गया। रोटरी क्लब द्वारा संगीत उद्योग पर उनके दशकों लंबे प्रभाव के सम्मान में यह पुरस्कार प्रदान किया गया। इलैयाराजा का शानदार कैरियर चार दशकों से अधिक समय तक फैला हुआ है, जिसके दौरान उन्होंने एक हज़ार से अधिक फ़िल्मों के लिए संगीत तैयार किया है, जिसने तमिल और तेलुगु सिनेमा दोनों पर अपनी अमिट छाप छोड़ी है।
सम्मान समारोह में विभिन्न संगठनों और उद्योगपतियों ने फूलों का गुलदस्ता और शॉल भेंट कर सम्मानित किया। इलैयाराजा को व्यापक रूप से भारत के सबसे महान संगीतकारों में से एक माना जाता है, जो शास्त्रीय संगीत की समृद्धि के लिए आज भी प्रसिद्ध हैं।
उनके कुछ सबसे प्रतिष्ठित गीतों में अन्नाकिली (1975) से ‘मचना पाथिंगला’, मेट्टी (1980) से ‘मेट्टी ओली कात्रोडु’, नायगन (1987) से ‘थेनपांडी चीमायिले’ और थाई मूगंभिगई (1982) से ‘जननी जननी’ शामिल हैं। इन सदाबहार गीताें ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया है।
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(Udaipur Kiran) / डॉ आर बी चौधरी
