Uttar Pradesh

नगर आयुक्त ने दो नगर स्वास्थ्य अधिकारियों का रोका वेतन

नगर आयुक्त ने दो नगर स्वास्थ्य अधिकारियों का रोका वेतन

कानपुर, 01 अगस्त (Udaipur Kiran) । कानपुर के नवनियुक्त नगर आयुक्त सुधीर कुमार नगर निगम के कार्यों को समझते हुए अब क्षेत्र की जमीनी हकीकत देखने निकल पड़े। गुरुवार को सफाई कार्यों को देखते हुए मौके पर दो नगर स्वास्थ्य अधिकारी क्रमश: डा. अमित सिंह व डा. चन्द्रशेखर अनुपस्थित रहे। यही नहीं फोन भी नहीं रिसीव हुआ। इस पर नगर आयुक्त ने फौरन दोनों नगर स्वास्थ्य अधिकारियों का अग्रिम आदेशों तक वेतन रोकने का निर्देश दे दिया।

कानपुर में ही मुख्य विकास अधिकारी रहे सुधीर कुमार हाल ही में नगर आयुक्त बने और नगर निगम के कार्यों को समझते हुए गुरुवार को क्षेत्र की जमीनी हकीकत देखने निकल पड़े। उन्होंने परशुराम वाटिका, गैन्जेस क्लब, बेनाझाबर रोड, मोतीझील, हैलट, नरेन्द्र मोहन सेतु, जे0के0 मन्दिर, मरियमपुर, फजलगंज, गोविन्द नगर, विजय नगर चौराहा, अर्मापुर, भाटिया तिराहा, पनकी मन्दिर तिराहा, पावर हाउस शताब्दी नगर मार्ग, मा0 कांशीराम आवास रतनपुर का जायजा लिया। यहां से वार्ड-57 पनकी स्वराज नगर, पनकी बाईपास से एल0एम0एल0 चौराहा से अण्डरपास होते हुए पनकी भवसिंह सॉलिड वेस्ट मैनेजमेन्ट प्लान्ट, पनकी पड़ाव से विजय नगर होते हुए सिन्धी कालोनी चौराहा, जोनल कार्यालय-6 के सामने आदि क्षेत्रों का जायजा लिया।

इस दौरान सफाई कार्य संतोषजनक न पाए जाने पर नगर आयुक्त ने नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. अमित सिंह को फोन किया लेकिन उनका कॉल रिसीव ही नहीं हुआ। इसके बाद दूसरे नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. चन्द्रशेखर को फोन किया तो उनका मोबाइल बंद रहा। इस पर नगर आयुक्त ने कहा कि इससे स्पष्ट हो रहा है कि इनके द्वारा सफाई पर्यवेक्षर्णीय कार्य में शिथिलता बरती जा रही है। ऐसे में दोनों नगर स्वास्थ्य अधिकारियों का वेतन अग्रिम आदेशों तक रोका जाये।

वहीं जोन पांच में नाला सफाई में निकली सिल्ट जगह-जगह पायी गयी तो जोनल स्वच्छता अधिकारी को कड़े शब्दों में नगर आयुक्त ने चेताया। नगर आयुक्त ने कहा कि मौसम में बदलाव हुआ है जिससे क्षेत्र में निरन्तर सफाई अभियान चलाया जाये तथा संचारी रोगों की रोकथाम के लिए नालियों पर कीटनाशक दवाओं का छिड़काव एवं फॉगिंग करायी जाये। इसके साथ ही शहर में आवारा पशुओं को देख नगर आयुक्त ने कहा कि रोस्टर बनाते हुए जोनवार आवारा पशुओं को पकड़कर उन्हें नियमानुसार गौशाला में निरुद्ध किया जाये।

(Udaipur Kiran) / अजय सिंह / बृजनंदन यादव

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