Maharashtra

पालतू पशुओं का मल-मूत्र व ई-कचरे का निपटान करेगी मुंबई मनपा

Maharashtra, 3 मई (Udaipur Kiran) ।

मुबई महानगरपालिका की ओर से शुरु की गई घरेलू स्वच्छता की विशेष सेवा का दायरा बढ़ा दिया गया है। मनपा का ठोस अपशिष्ट प्रबंधन विभाग अब पालतू पशुओं के मल-मूत्र व ई-कचरे को भी संकलित कर उसका निपटान करेगा। पालतू जानवरों के कचरे को एकत्र करने की सेवा शनिवार से शुरु कर दी गई है, जबकि ई-कचरा कल सोमवार से इकट्ठा किया जाएगा।

मुंबई मनपा ने 22 अप्रैल 2025 से सैनिटरी पैड, डायपर, एक्सपायर्ड दवाइयों आदि को इकट्ठा करने के लिए घरेलू स्वच्छता सेवा शुरू की है। इस सेवा का दायरा बढ़ा दिया गया है। मनपा उपायुक्त (ठोस अपशिष्ट प्रबंधन) किरण दिघावकर के अनुसार वर्तमान में मुंबई में प्रतिदिन लगभग 7 से 8 मिलियन टन ठोस कचरा उत्पन्न होता है. इस कचरे के उचित निपटान के लिए मनपा के ठोस अपशिष्ट प्रबंधन विभाग ने ‘घरेलू स्वच्छता और विशेष देखभाल अपशिष्ट संग्रह’ सेवा शुरू की है। इस य़ोजना के लिए शुक्रवार तक कुल 307 पंजीकरण प्राप्त हुए हैं। इसमें 148 हाउसिंग सोसाइटियां, 135 ब्यूटी पार्लर, 17 शैक्षणिक संस्थान और 7 महिला छात्रावास शामिल हैं। इस सेवा की शुरुआत के बाद प्राप्त फीडबैक, सुझावों और लोगों के अनुरोधों के आधार पर मनपा ने इस सेवा के माध्यम से पालतू पशुओं का कचरा भी एकत्र करेगा। सेवा के लिए ऑनलाइन लिंक और क्यूआर कोड पहले ही उपलब्ध करा दिए गए हैं। इच्छुक लोग https://docs.google.com/forms/d/e/1FAIpQLSc6zR8XHoOzXRNanCCdj4oKtS27Iu7vuaXBANiCGoKCfUCn5g/viewform पर जाकर पालतू पशु के कचरा संग्रहण सुविधा के लिए पंजीकरण करा सकते हैं।

मुंबई महानगर क्षेत्र में इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के बढ़ते उपयोग से बड़ी मात्रा में ई-कचरा उत्पन्न हो रहा है। इस खतरनाक अपशिष्ट का वैज्ञानिक तरीके से निपटान करना और इसका पुनर्चक्रण व पुनः उपयोग करना आवश्यक है। इस आवश्यकता को समझते हुए मनपा ने सोमवार 5 मई 2025 से एक अलग ई-कचरा संग्रह सेवा शुरू करने जा रहा है। इसके तहत, सभी प्रकार के ई-कचरे जैसे बेकार मोबाइल फोन, चार्जर, बैटरी, कंप्यूटर, टेलीविजन सेट और छोटे उपकरण एकत्र किए जाएंगे। ई-कचरा संग्रहण के लिए एक अलग लिंक https://docs.google.com/forms/d/e/1FAIpQLSemTxY-ifCjxU7VW-U7sYpr8JOD_Zj4XKnDB7uVpJyXsk6LxA/viewform?usp=header. उपलब्ध कराया गया है। इस सुविधा के लिए QR कोड या ई-कचरा संग्रहण के लिए बनाए गए अलग QR कोड को स्कैन करके पंजीकरण करा कराया जा सकता है। ये क्यूआर कोड विभिन्न स्थानों के साथ मनपा के सोशल मीडिया एकाउंट पर भी प्रकाशित किए जा रहे हैं।

ई-कचरा जब सामान्य कचरे के साथ मिलाया जाता है तो उसमें सीसा, पारा और कैडमियम जैसे विषैले तत्व शामिल हो जाते हैं, जिनका पर्यावरण और स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ता है। इसलिए पर्यावरण संरक्षण की दृष्टि से ई-कचरा संग्रहण सेवाएं शुरू की जा रही हैं। मनपा ई-कचरे के सुरक्षित निपटान, इसके पर्यावरणीय प्रभावों और नागरिक भागीदारी पर ध्यान केंद्रित करते हुए एक जन जागरूकता अभियान भी लागू करेगी।

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(Udaipur Kiran) / वी कुमार

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