
-ऑर्डर के 14 दिन बाद कोरियर से पॉलीक्लीनिक सेक्टर 6 झज्जर पहुंच गई एमटीपी किट
झज्जर, 25 मार्च (Udaipur Kiran) । गर्भ में लिंग की जांच को रोकने के लिए सरकार की ओर से चलाए जा रहे अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग ने मंगलवार काे ऑनलाइन एमटीपी किट बेचने वाले रैकेट का भंडाफोड़ किया है। एमटीपी किट की ऑनलाइन बिक्री की सूचना मिलने पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने फर्जी ग्राहक बनकर इसका भंडाफोड़ किया। अचरज की बात यह है कि ऑनलाइन आर्डर करने पर एमटीपी किट की सप्लाई पॉलीक्लीनिक सेक्टर 6 झज्जर (कार्यालय सिविल सर्जन, झज्जर) में ही कर दी गई।
पीएनडीटी कार्यक्रम नोडल अधिकारी डॉ. सन्दीप कुमार की शिकायत पर शहर झज्जर पुलिस ने एक वेबसाइट (हेर्लिफ.इन) व अन्य के खिलाफ विभित्र धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। ऑर्डर के 14 दिन बाद कोरियर से पॉलीक्लीनिक सेक्टर 6 झज्जर (कार्यालय सिविल सर्जन, झज्जर) एमटीपी कीट पहुंची गई। एमटीपी किट की खुली बिक्री प्रतिबंधित है। चिकित्सा अधिकारियों की देखरेख में जरूरी होने पर ही इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।
डॉ. सन्दीप कुमार ने बताया कि गर्भपात में इस्तेमाल की जाने वाली एमटीपी किट की ऑनलाइन बिक्री बारे सूचना मिली। जिस पर उन्होंने ड्रग कंट्रोल ऑफिसर प्रतिभा से संपर्क साधा। जिन्होंने कानूनी कार्यवाही में आवश्यक सहयोग दिया। इसके बाद फर्जी ग्राहक बन एमटीपी किट के लिए ऑनलाइन आर्डर किया। इसके लिए 10 मार्च को 700 रुपये 72 पैसे का ऑनलाइन भुगतान भी किया। बीती 24 मार्च को कोरियर से पार्सल पॉलीक्लीनिक सेक्टर 6 झज्जर (कार्यालय सिविल सर्जन, झज्जर) पहुंच गया। जिसकी वीडियोग्राफी भी की गई। पार्सल खुलने पर उसमें से एमटीपी किट निकली।
पुष्टि होते ही पुलिस ने डॉ. सन्दीप कुमार की शिकायत पर वेबसाइट (हेर्लिफ.इन) व अन्य के खिलाफ के मेडिकल टर्मिनेशन ऑफ प्रर्गेनेसी एक्ट व कानून की अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। सिविल सर्जन डॉ. जयमाला ने बताया कि बहुत दिनों से ऐसी सूचनाएं आ रही थी कि इस प्रकार की वेबसाइट ऑर्डर के जरिए एमटीपी किट बेचती हैं जो गैरकानूनी है। इससे भ्रूण हत्या को बढ़ावा मिलता है। सरकार की ऐसे संगीन अपराध के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति हैं और स्वास्थ्य विभाग ऐसे अपराधों पर रोक लगाने के लिए हमेशा तैयार है। ऑनलाइन एमटीपी किट बिक्री का भंडाफोड़ होने पर जिला उपायुक्त प्रदीप दहिया ने टीम को बधाई देते हुए कहा कि कन्या भ्रूण हत्या महा पाप है बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान में आमजन भी अपनी भागीदारी दे तो अभियान को गति मिलेगी।
(Udaipur Kiran) / शील भारद्वाज
