
अनूपपुर, 6 मार्च (Udaipur Kiran) । केंद्र एवं राज्य शासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं का लाभ समय पर लोगों को दिलाएं। विभागीय अधिकारी जनप्रतिनिधि के साथ आपसी सामंजस्य स्थापित करते हुए योजनाओं का क्रियान्वयन शत प्रतिशत सेचुरेशन के साथ करना करें तथा विकास कार्यों को गुणवत्तायुक्त एवं समय सीमा में कराकर जिले के सभी लोगों को इसका लाभ भी प्रदान किया जाए। केंद्र एवं राज्य सरकार की योजनाओं को जमीनी स्तर पर क्रियान्वयन करने विभागीय अधिकारी आपसी सामंजस्य बनाकर कार्य करें तथा क्षेत्र का भ्रमण कर विकास के कार्यों को मूर्तरूप देने में जनप्रतिनिधियों से समन्वय स्थापित करें।
यह बातें गुरुवार को कलेक्ट्रेट के नर्मदा सभागार में जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति (दिशा) बैठक की अध्यक्ष करते हुए सांसद ने सांसद हिमाद्री सिंह ने कही।बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष प्रीति रमेश सिंह, विधायक पुष्पराजगढ़ फुन्देलाल सिंह मार्को, कलेक्टर हर्षल पंचोली, पुलिस अधीक्षक मोती उर रहमान, अपर कलेक्टर दिलीप पाण्डेय, दिशा समिति के सदस्य हीरा सिंह श्याम, गुड़िया रौतेल, हनुमान गर्ग, जनपद अध्यक्ष जैतहरी राजीव सिंह, जनपद अध्यक्ष कोतमा जीवन सिंह, नपा कोतमा अध्यक्ष अजय सराफ, बिजुरी की अध्यक्ष शहबिन पनिका, नगर परिषद डूमरकछार के अध्यक्ष सुनील चौरसिया, अध्यक्ष गीता गुप्ता,जिला पंचायत के अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी के.के. सोनी, वन विभाग के एसडीओ अंशुल तिवारी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
सांसद ने जिला खनिज प्रतिष्ठान मद अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2023-24 के प्रगतिरत कार्यों की विभागवार जानकारी में बताया गया कि जिले में 2023-24 में 271 कार्य प्रगतिरत है, जिन्हें जल्द ही पूर्ण कर लिया जाएगा। जिस पर सांसद ने इन कार्यों को समय सीमा में गुणवत्तायुक्त पूर्ण करने के निर्देश दिए। साथ ही सांसद ने कहा कि जिले में कोई भी निर्माण कार्य स्थानीय जनप्रतिनिधियों से भूमि पूजन के साथ प्रारंभ करें तथा कार्य पूर्ण हो जाने के पश्चात लोकार्पण भी कराना करायें।
सांसद ने ग्रीष्म ऋतु को दृष्टिगत रखते हुए जिले के जल संरचनाओं एवं जल जीवन मिशन अंतर्गत पूर्ण एवं प्रगतिरत कार्यों की जानकारी अधिकारियों से प्राप्त कर कहा कि जिले में केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना जल जीवन मिशन के अंतर्गत जिले के जनपद पंचायत पुष्पराजगढ़ क्षेत्र में कराए गए बोरिंग से पानी नहीं निकलने की शिकायत प्राप्त हुई है, जिसे लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग गंभीरता से लेते हुए बोर का परीक्षण कर टेक्निकल समस्या को दूर करें तथा लोगों को शुद्ध एवं स्वच्छ पेयजल मुहैया कराएं।
जल संसाधन विभाग की जलाशय निर्माण कार्यों की भी समीक्षा में कार्यपालन यंत्री जल संसाधन विभाग ने बताया कि जिले में जल संसाधन विभाग के 8 कार्य प्रगतिरत हैं, जिन्हें जल्द ही पूर्ण कर लिया जाएगा। सांसद द्वारा जल संसाधन विभाग के अधिकारी को कड़े निर्देश देते हुए कहा कि जिले में महत्वपूर्ण जल संरचनाओं को जल्द से जल्द पूर्ण करें तथा ऐसी जल संरचना जो पूर्व में पूर्ण हो चुकी हैं तथा छोटी-छोटी तकनीकी कमियो के कारण लोगों को जल मुहैया नहीं हो पा रहा है, उन कमियों को दूर करने का भी प्रयास किया जाए। उन्होंने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों की साप्ताहिक समीक्षा बैठक आयोजित कर जल संरचनाओं को जल्द से जल्द पूर्ण कराए जाने के निर्देश दिए।
ऊर्जा विभाग, प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना, मध्य प्रदेश रोड डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन, सेतु निगम के अनूपपुर रेलवे ओवर ब्रिज निर्माण, जनजातीय कार्य विभाग, वन विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, खनिज प्रतिष्ठान मद, पीडब्ल्यूडी एवं पीआईयू के अंतर्गत निर्माणाधीन सड़क एवं कार्य, स्वास्थ्य विभाग, सर्व शिक्षा अभियान के कार्यों के साथ-साथ एसईसीएल जमुना कोतमा, हंसदेव, सोहागपुर के द्वारा संचालित विकास कार्यों की प्रगति की जानकारी पर विस्तार से चर्चा कर सर्व संबंधितों को लंबित कार्यों को पूर्ण करने के निर्देश दिए गए।
दिशा समिति के सदस्यों ने स्थानीय समस्याओं की ओर सांसद का ध्यान आकृष्ट कराया। जिस पर सांसद ने इसके निराकरण के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। सांसद ने जल जीवन मिशन के अंतर्गत सरकार की मंशा के अनुरूप घर-घर नल से जल योजना से लोगों को लाभान्वित करने, आयुष्मान कार्ड के लिए पात्र शेष बचे लोगों को लाभान्वित करने, कालरी क्षेत्र के नगरीय निकाय क्षेत्रों में विकास कार्यों के लिए भूमि संबंधी समस्याओं का निराकरण, प्रधानमंत्री जन औषधि केन्द्र के संचालन तथा प्रचार-प्रसार करने तथा अधूरे निर्माण कार्यों को कन्वर्जेन्स से पूर्ण करने के संबंध में समीक्षा कर निर्देश दिए गए।
कलेक्टर हर्षल पंचोली ने कहा कि विभिन्न शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए साप्ताहिक समय सीमा की बैठक तथा विभागों की विशेष समीक्षा बैठक लेकर कार्यों और योजनाओं की मॉनिटरिंग तथा समीक्षा की जाती है। उन्होंने बताया कि समीक्षा बैठक में अंर्तविभागीय समस्याओं का निराकरण सुनिश्चित किया जाता है। बैठक में कलेक्टर ने बताया कि राजस्व प्रकरणों के निराकरण के लिए पूर्व में विभिन्न ग्राम पंचायत में प्रथम चरण में कैंप लगाए गए जिसमें राजस्व के ज्यादा से ज्यादा प्रकरणों का निराकरण किया गया। इसी प्रकार द्वितीय चरण में अप्रैल माह से पुनः कैंप आयोजित किए जाएंगे तथा राजस्व सहित अन्य विभिन्न योजनाओं का मिशन मोड पर लोगों को लाभ दिलाया जाएगा। कलेक्टर ने डीएमएफ मद एवं जल प्रदाय योजना के संबंध में किए गए प्रयासों से सांसद को अवगत कराया। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत ने विगत बैठक के कार्यवाही विवरण के संबंध में जानकारी दी तथा पालन प्रतिवेदन के संबंध में संबंधित विभाग द्वारा जानकारी बैठक में रखी गई। बैठक में सांसद द्वारा अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं एवं स्थानीय समस्याओं के संबंध में चर्चा की गई तथा आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।
(Udaipur Kiran) / राजेश शुक्ला
