अजमेर, 25 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । अजमेर के जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय के आपात कालीन वार्ड में गूंजी बच्चे की किलकारी। मध्यप्रदेश की रहने वाली ललिता नामक युवती ने दिया बच्चे को जन्म। युवती परिवार के साथ राजस्थान अजमेर आई हुई थी। यहां प्रसव पीड़ा होने पर उसे जेएलएन हॉस्पिटल के इमरजेंसी वार्ड में लाया गया। जांच में पता चला कि प्रसूता के नवजात बच्चे का सिर गर्भ से बाहर आ गया था। यहां उपस्थित रेजीडेंट डॉक्टर मनीष कुमार चंदेल ने तुरंत ही शिशु रोग विभाग से बच्चों के डॉक्टर को कॉल किया साथ ही जनाना हॉस्पिटल को सूचित किया और नर्सिंग स्टाफ की मदद से प्रसूता का सफलता से प्रसव करा दिया। जांच में बच्चा और प्रसूता दोनों फिलहाल स्वस्थ्य है।
जनाना हॉस्पिटल से टीम आने पर जच्चा व बच्चा को शिफ्ट किया जाएगा। इस दौरान कोतवाली पुलिस थाने की हैड कॉस्टेबल अनिता राज का सराहनीय सहयोग रहा। वहीं डॉ नवीन व नर्सिंग स्टाफ ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। दरअसल मध्यप्रदेश की रहने वाली महिला के परिवारजन को यह ज्ञात नहीं था कि जनाना अस्पताल में ही आजकल प्रसव कराए जाते हैं। वह तो जेएलएन हॉस्पिटल के इमरजेंसी वार्ड में लाई गई। ईश्वर जिसकी रक्षा करता है उसे भला कौन तकलीफ दे सकता है। ईश्वर ने नवजात बच्चे को ऐसी जगह सुरक्षित जन्म दिलवा दिया जहां ना तो पर्याप्त साधन संसाधन थे और ना ही प्रशिक्षित नर्सिंग स्टाफ फिर भी बच्चा सुरक्षित हो गया और मां को भी अपेक्षित उपचार मिल गया।
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(Udaipur Kiran) / संतोष