
जबलपुर, 22 मार्च (Udaipur Kiran) । जबलपुर में आयोजित कनिष्ठ अभियंताओं के प्रदेश स्तरीय तकनीकी समागम को संबोधित करते हुए मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी (एमपी ट्रांसकों) के प्रबंध संचालक इंजीनियर सुनील तिवारी ने कहा कि कनिष्ठ अभियंता उच्च अधिकारियों और फील्ड के कर्मियों के बीच की एक महत्वपूर्ण कड़ी है जो फ्रंटलाइन कार्मिक के रूप में कार्य करते हैं।
तरंग ऑडिटोरियम में शनिवार को आयोजित हुए इस समागम में उन्होंने कहा कि कनिष्ठ अभियंता एमपी ट्रांसको की धुरी हैं और राष्ट्रीय स्तर पर कंपनी की हर उपलब्धि में इनका विशिष्ट योगदान रहता है। उन्होंने उपस्थित कनिष्ठ अभियंताओं का आह्वान करते हुए कहा कि सभी कंपनी की जीरो एक्सीडेंट पॉलिसी को ध्यान में रखकर सतर्कता ,सजगता, पूर्ण मनोयोग व आत्मविश्वास के साथ मेंटेनेंस कार्य करवाए।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में तेजी से बदल रही तकनीकों से सामंजस्य बना कर ही वे बेहतर इंजीनियर बनकर अपना उत्तरदायित्व निभा सकते हैं। उन्होंने कनिष्ठ अभियंताओं की मुक्त कंठ से प्रशंसा करते हुए कहा कि जबलपुर में आयोजित हुई प्रशिक्षण कार्यशालाओं के कारण उनकी कार्य कुशलता, सोच, समर्पण में अद्भुत सुधार आया है।
टेक्निकल सेशन में साझा हुई विविध जानकारियां कनिष्ठ अभियंताओं के इस प्रदेश स्तरीय तकनीकी समागम के सूत्रधार और संयोजक मुख्य अभियंता प्रवीण गार्गव ने बताया कि एमपी ट्रांसको में पहली बार आयोजित कनिष्ठ अभियंताओं के इस तकनीकी समागम में प्रदेश भर से कंपनी के लगभग 350 कनिष्ठ अभियंताओं ने हिस्सा लिया।
गार्गव ने बताया कि इस समागम में ज्ञान को साझा करने, सहयोग को बढ़ावा देनें, पेशेवर विकास, नेटवर्किंग को सुविधाजनक बनानें, कंपनी की वर्तमान में चल रही परियोजनाओं के साथ भविष्य की योजनाओं आदि के संबंध में विचार विमर्श हुआ। इस समागम के दौरान कंपनी में क्रियान्वयन के तहत नवीन एवं भविष्य में उपयोग की जाने वाली अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों का एक प्रेजेंटेशन भी दिया गया। इस दौरान कनिष्ठ अभियंताओं ने कंपनी के कार्य से संबंधित मुद्दों पर उच्च प्रबंधन से वार्तालाप भी किया। कनिष्ठ अभियंताओं के लिए एक तकनीकी प्रश्नोत्तरी प्रतिस्पर्धा भी आयोजित की गई।
(Udaipur Kiran) तोमर
