भोपाल, 5 नवंबर (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के उमरिया में 10 हाथियों की मौत की घटना पर मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जितेंद्र (जीतू) पटवारी ने गंभीर आराेप लगाए हैं। जीतू पटवारी का आराेप है कि 10 हाथियों की मौत, यह कोई दुर्घटना नहीं थी बल्कि उन्हें जहर दिया गया था। उन्हाेंने कहा कि उन्हें जहर किसने दिया ये तो जांच का विषय है ही, हालांकि उनकी मौतों का कोई अभियुक्त है तो वो है विभाग और राज्य सरकार।
जीतू पटवारी ने मंगलवार काे बयान जारी कर कहा कि सरकार केवल वन्य जीवों को लेकर बजट पास करती है और उसमें भ्रष्टाचार करती है। पिछले तीन साल का आंकड़ा यह बताता है कि प्रदेष में लगभग 140 बाघों की मौतें हुई हैं। पटवारी ने कहा कि मध्य प्रदेशमें काले चीते लाए गए थे, जिस पर 5 हजार करोड़ रुपये खर्च किए गए, हालांकि हमारे टाइगर जो हमारा सम्मान बढ़ाते हैं वो मर रहे हैं। सरकार इन हत्याओं के लिए अगर केवल कर्मचारियों को दंड देती है तो ये अन्याय होगा। प्रदेश के मुखिया मोहन यादव को वन्य जीवों की हत्या के जिम्मेदार प्रदेश के वन मंत्री का भी इस्तीफा लेना चाहिए। भाजपा जो पाखंड करती है इसे जनता को समझना चाहिए। पीसीसी चीफ पटवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री मोहन यादव से मेरा आग्रह है कि वे रामनिवास रावत से वन मंत्री पद से इस्तीफा लें। वैसे भी विजयपुर की जनता उपचुनाव में वोट के माध्यम से उन्हें पद से हटा देंगी।
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(Udaipur Kiran) / नेहा पांडे