जम्मू, 10 नवंबर (Udaipur Kiran) । गोरक्षा और गाय माता को राष्ट्र माता का दर्जा दिलाने के लिए मूवमेंट कल्कि का ऐतिहासिक आंदोलन आज अपने 21वें दिन में प्रवेश कर गया। आंदोलनकारियों ने तीन प्रमुख मांगों को लेकर संकल्प लिया है और इस मुद्दे पर अडिग रहते हुए निरंतर प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी कड़ी में रविवार को शंकराचार्य ने वीडियो कॉल के माध्यम से आंदोलन का समर्थन करते हुए मूवमेंट कल्कि के सदस्यों से संवाद किया। उन्होंने आंदोलन के उद्देश्य को समझते हुए इसकी भावनाओं का सम्मान किया।
मूवमेंट कल्कि के प्रतिनिधियों ने शंकराचार्य को अपनी तीन प्रमुख मांगों के बारे में बताया कि गाय माता को राष्ट्र माता का दर्जा दिलाया जाए, गाय माता की सुरक्षा के लिए सशक्त कानून बनाया जाए और गौशालाओं का निर्माण सुनिश्चित किया जाए।
शंकराचार्य ने प्रश्न किया कि क्या अब तक किसी सरकारी अधिकारी या राजनीतिक दल के प्रतिनिधि ने प्रदर्शन स्थल पर आकर आंदोलन का समर्थन किया है। जवाब में मूवमेंट कल्कि के सदस्यों ने बताया कि किसी भी पक्ष-विपक्ष के प्रतिनिधि ने अब तक उनसे संपर्क नहीं किया है। इस पर शंकराचार्य ने मौजूदा सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए और कहा कि जो लोग लोकतंत्र का समर्थन कर चुनाव करवाते हैं वे अब सत्ता में आने के बाद जनता के मुद्दों को नजरअंदाज कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यदि यह सरकार वाकई समाज की भलाई चाहती है तो उसे गोरक्षा जैसे अहम मुद्दों पर कदम उठाने चाहिए।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा