अजमेर, 8 नवंबर (Udaipur Kiran) । जिला स्तरीय इन्वेस्टर्स मीट शुक्रवार काे आयाेजित हुई। उप मुख्यमंत्री एवं जिले की प्रभारी मंत्री दीया कुमारी ने उद्यमियों के साथ संवाद किया। कार्यक्रम में 14 हजार 26 करोड़ के एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। दीया कुमारी ने कहा कि उद्यम लगाने के लिए अनुकूल राज्य के रूप में राजस्थान की पहचान बने।
उप मुख्यमंत्री एवं जिले की प्रभारी मंत्री दीया कुमारी ने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में सरकार पहले वर्ष में ही उद्यम स्थापना पर जोर दे रही है। बड़ी संख्या में एमओयू किए जा रहे हैं। इस निवेश से राज्य में रोजगार को बढ़ावा मिलेगा। वर्तमान में किए गए एमओयू कुछ ही समय में धरातल पर दिखने लगेंगे। इसके वास्तविक परिणाम अगले चार वर्षों में सबके सामने होंगे। उन्होंने कहा कि सरकार ने राजस्थान के भविष्य को संवारने के बारे में सोचा है। यहां के निवासियों को अच्छे स्तर पर रोजगार मिलेगा। वर्तमान में सरकार द्वारा किए गए एमओयू धरातल पर उतरेंगे। इसके लिए समस्त अधिकारी मिलकर कार्य करें। भूमि, नीतिगत निर्णयों, विभिन्न अनापत्तियों सहित समस्त कार्य तत्काल किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि हम सबको मिलकर अजमेर, राजस्थान एवं भारत को विकसित बनाना है। सबके सम्मिलित प्रयासों से प्रत्येक निवेशक केवल राजस्थान में ही निवेश करने के लिए सोचेगा। भविष्य में अजमेर की पहचान उद्यम स्थापित करने के लिए सबसे उपयुक्त जिले के रूप में होगी। सरकार उद्यमियों को हर प्रकार की सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए कटिबद्ध है। इसके लिए राजस्थान उद्यम प्रोत्साहन योजना 2024 की घोषणा की गई है।
जल संसाधन मंत्राी सुरेश सिंह रावत ने कहा कि अजमेर में अन्य जिलों से अधिक संभावनाएं हैं। सरकार इन संभावनाओं को वास्तविकता में लाने के लिए प्रयासरत है। इसी कड़ी में अभी जिला स्तरीय इनवेस्टर्स मीट का आयोजन किया जा रहा है। इसके पश्चात राज्य स्तरीय इन्वेस्टर्स मीट आयोजित होगी। इससे निवेशकों द्वारा उद्यम स्थापित किए जाएंगे। क्षेत्र के युवाओं को रोजगार मिलने से आर्थिक समृद्धि आएगी। अजमेर जिले में सर्वाधिक निवेश आकर्षित करने के लिए प्रयास किया जा रहा है।
राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रौन्नति प्राधिकरण के अध्यक्ष ओंकार सिंह लखावत ने कहा कि उद्यमी अजमेर की रीड की हड्डी है। इनके बूते ही अजमेर आर्थिक रूप से मजबूत है। अजमेर में कर्मशीलता के साथ-साथ ऊर्जा भी है। यहां आर्थिक, धार्मिक, शैक्षिक एवं सांस्कृतिक दृष्टि से विकास की अपार संभावनाएं है। जिले के औद्योगिक विकास के लिए राज्य तथा केन्द्र सरकार तत्पर है।
पूर्व मंत्री एवं अजमेर दक्षिण विधायक श्रीमती अनिता भदेल ने कहा कि सरकार की मंशा राजस्थान एवं उद्यमियों को आगे बढ़ाने की है। इसीलिए सरकार ने पहले साल में ही निवेश के लिए प्रोत्साहित किया है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा द्वारा उद्यमियों की समस्याओं के समाधान के लिए रिप्स 2024 की घोषणा की गई है। उद्यम स्थापना से रोजगार की वृद्धि होती है। इससे व्यक्तियों का जीवन स्तर उच्च होगा। लघु उद्योग भारती के अध्यक्ष श्री कुणाल जैन ने कहा कि राइजिंग राजस्थान से उद्यमिता के दुर्लभ गुण को पहचान मिली है।
जिला कलक्टर लोक बन्धु ने कहा कि इस जिला स्तरीय इन्वेर्स्टस मीट अजमेर के सफल आयोजन के लिए विभिन्न औद्योगिक संघों, वृहद एवं मध्यम इकाईयों के सहयोग तथा समन्वय से विभिन्न क्षेत्रों यथा मार्बल व ग्रेनाईट, टैक्सटाइल, चिकित्सा, शिक्षा, होटल व रिसोर्ट, खनन, सौलर, एग्रो व फूड प्रोसेसिंग क्षेत्रों में विभिन्न विभागों द्वारा लगभग 14 हजार 26 करोड़ के 301 एमओयू सम्पादित किए गए है। इनके द्वारा प्रत्यक्ष तथा अप्रत्यक्ष रूप से लगभग 15 हजार 360 व्यक्तियों के लिए रोजगार का सृजन होगा। जिला उद्योग एवं वाणिज्य केन्द्र द्वारा 3 हजार 739 करोड़ के 210, रीको द्वारा 48 करोड़ के 8, अजमेर विकास प्राधिकरण द्वारा 10 हजार 144 करोड़ के 56, पर्यटन विभाग द्वारा 47 करोड़ के 5, खान एवं भू -विज्ञान द्वारा 14 करोड़ के 16 तथा कृषि विपणन बोर्ड द्वारा 31 करोड़ के 6 एमओयू किए गए हैं।
इस जिला स्तरीय मीट में विभिन्न उत्पादों व सेवाओं यथा मार्बल एण्ड ग्रेनाईट हैण्डीक्राफ्ट, फूड प्रोडक्ट्स, हैण्डलूम, एम्ब्रोयडरी व हैण्डीक्राफ्ट, मशीनरी टूल्स आदि से संबंधित उत्पादों की प्रदर्शनी का आयोजन भी किया गया। इसका उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी द्वारा अवलोकन किया गया। कार्यक्रम में जिले में निवेश के औद्योगिक परिदृश्य एवं संभावनाएं विषय पर लघु फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया।
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(Udaipur Kiran) / संतोष