वाराणसी, 29 जनवरी (Udaipur Kiran) । समता-समरसता के असाधारण संगम मौनी अमावस्या पर्व पर बुधवार को गंगा स्नान के लिए उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ को नमामि गंगे के सदस्यों ने स्वच्छता का संदेश दिया। दशाश्वमेध घाट, शीतला घाट, प्रयाग घाट, राजेंद्र प्रसाद घाट और अहिल्याबाई घाट तक सफाई संग स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक किया गया। नमामि गंगे के सदस्यों को सफाई करते देखकर श्रद्धालुओं ने भी स्वच्छता में हाथ बंटाया और गंगा किनारे पड़े हुए माला-फूल, पॉलिथीन एवं अन्य सामग्री को साफ कर कूड़ेदान तक पहुंचाया।
संयोजक राजेश शुक्ल की अगुआई में लोगों ने मां गंगा की आरती भी उतारी। सदस्यों ने हाथों में स्वच्छता स्लोगन लिखी तख्तियां लेकर सफाई है तो स्वास्थ्य है गंदगी है तो बीमारी है के बारे में स्नानार्थियों को बताया। काशी क्षेत्र संयोजक राजेश शुक्ला ने बताया कि चिरस्मरणीय जन सैलाब, अकल्पनीय दृश्य और समता- समरसता का असाधारण संगम मौनी अमावस्या का यह पर्व विविधता में एकता का पर्व है। महाकुम्भ भारत की शाश्वत आध्यात्मिक विरासत का प्रतीक और आस्था व सद्भाव का उत्सव है। यह पर्व हमें पर्यावरण संरक्षण का संदेश देता है।
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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी