Uttrakhand

एसएडीएफ के विकास के लिए बीआईएस और जीबीपीयूएटी के बीच हुआ एमओयू

एसएडीएफ के विकास के लिए बीआईएस और जीबीपीयूएटी के बीच हुआ एमओयू, बढ़ेगी उत्पादकता और सुधरेगी गुणवत्ता

देहरादून, 24 जुलाई (Udaipur Kiran) । ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स (बीआईएस) और गोविंदबल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (जीबीपीयूएटी) के बीच मानकीकृत कृषि प्रदर्शन फार्म (एसएडीएफ) के विकास को सुविधाजनक बनाने के लिए बुधवार को एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर हुए।

बुधवार को इस ज्ञापन पर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. एमएस चौहान और बीआईएस के उप महानिदेशक (उत्तर) राजीव पी. की उपस्थिति में एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। बीआईएस और किसी कृषि विश्वविद्यालय के बीच एसएडीएफ के विकास के लिए पहला एमओयू है। इस एमओयू का उद्देश्य बीआईएस के सहयोग से विश्वविद्यालय में एसएडीएफ का विकास करना है। एसएडीएफ का उपयोग भारतीय मानकों के अनुसार विभिन्न कृषि प्रथाओं और नई तकनीकों के परीक्षण व प्रयोग के लिए किया जाएगा। इन फार्मों में कृषि इनपुट, उपकरण, जल प्रबंधन, कीट प्रबंधन और पोषक तत्व प्रबंधन भारतीय मानकों के अनुसार होंगे। ये फार्म विभिन्न हितधारकों को कृषि प्रथाओं और नई तकनीकों पर प्रशिक्षण देने, सिखाने, प्रदर्शित करने या जागरुकता पैदा करने के लिए उपयोग किए जाएंगे। ये फार्म कृषि क्षेत्र में नवीनतम तकनीकों को अपनाने, कृषि क्षेत्र का आधुनिकीकरण करने और कृषि उत्पादों की उत्पादकता व गुणवत्ता बढ़ाने में अत्यधिक मदद करेंगे।

इस दौरान बीआईएस देहरादून के निदेशक और प्रमुख सौरभ तिवारी, बीआईएस चेयर डॉ. एसबी सिंह और विश्वविद्यालय से रजिस्ट्रार डॉ. दीपा विनय, अनुसंधान निदेशक डॉ. अजीत कुमार नैन, विभिन्न कॉलेजों के डीन उपस्थित थे।

(Udaipur Kiran) / कमलेश्वर शरण कुमार सक्सैना

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