मुरैना, 18 सितम्बर (Udaipur Kiran) ।एक बार फिर मौसम में बढ़ा बदलाव आया है। तीन दिन की तेज धूप व गर्मी के बाद बीती रात से धीमी गति से निरंतर बारिश हो रही है। ग्वालियर चम्बल संभाग के जंगल व पहाड़ी क्षेत्रों में हुई वर्षा के कारण ग्वालियर के तिघरा तथा मुरैना जिले के पगारा बांध का जल स्तर धीमी गति से बढ़ रहा है। ग्वालियर तिघरा बांध के 7 गेट खोल दिये जाने से मुरैना जिले की सांक नदी में एक बार फिर पानी का सैलाव देखने को मिल रहा है। इससे जिले के कोतवाल व पिलुआ बांध में जल स्तर बढ़ गया। आज सुबह से कोतवाल व पिलुआ बांध के तीन-तीन गेट खोल दिये हैं। प्रशासन के निर्देश पर सिंचाई विभाग सभी बांध पर निगरानी बनाये हुये हैं। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार 19 सितंबर की सुबह तक वर्षा होगी।
मंगलवार रात से हो रही बारिश का प्रभाव जिले के पगारा बांध में देखा जा रहा है। विगत दिवस पगारा बांध का जल स्तर 653.6 फीट पर बना हुआ था। आज सुबह यह जल स्तर 654.2 फीट पर पहुंच गया है। जंगल व पहाड़ी क्षेत्रों से पानी पगारा बांध में आता रहा तब देर शाम पगारा बांध के ऑटोमेटिक गेट खुलने की संभावना है क्येांकि बांध का जल स्तर 654.6 फीट पहुंचते ही यह गेट स्वत: ही खुल जायेंगे। पगारा बांध के गेट खुलने से आसन नदी का जल स्तर एक बार फिर बढ़ जायेगा। इससे तटवर्तीय गांव में जल भराव की संभावना हो सकती है। वहीं चम्बल नदी का जल स्तर 124.45 मीटर पर पहुंच गया है। इस नदी के किनारे के गांवों में अभी जल भराव की संभावना नहीं है। चम्बल राजघाट पर खतरे का निशान 138 मीटर पर है।
पोरसा नगर में वर्षा के कारण गंदे पानी का हुआ जलभराव –
बीती रात से लगातार हो रही वर्षा का प्रभाव पोरसा नगर में देखा जा रहा है। शहर की कई गलियों में गंदे पानी का जल भराव होने के कारण आम नागरिकों को आवागमन करना मुश्किल हो गया है। स्कूली बच्चों का आना-जाना बंद हो गया है। नागरिकों द्वारा नगरपालिका अध्यक्ष तथा अन्य जनप्रतिनिधियों को कई बार की जा चुकी है। लेकिन इसका निराकरण नहीं हुआ है। वर्षा के कारण वार्ड क्रमांक 6 की मास्टर वाली गली एवं माधव एक्सीलेंस स्कूल के बगल से भूरे तोमर वाली गली के घरों में भी पानी भर गया है। मास्टर वाली गली निवासी शंकर सिंह ने बताया कि बीते 8 वर्षों से यह स्थिति बनी हुई है। हल्की वर्षा होने पर भी गंदे पानी का जल भराव हो जाता है। हालत यह है कि लोग अपने घरों से गंदा पानी बाहर निकाल रहे हैं। इसके बावजूद भी उन्हें राहत नहीं मिल पा रही है।
हिन्दुस्थान समाचार/उपेंद्र
(Udaipur Kiran) / राजू विश्वकर्मा