– रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव के संबंध में जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक संपन्न
सागर, 12 सितंबर (Udaipur Kiran) । सागर में 27 सितंबर 2024 को आयोजित होने वाली रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव को लेकर गुरुवार को जनप्रतिनिधियों के साथ प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक आयोजित की गई। बैठक में खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, सांसद लता वानखेड़े, विधायकगण शैलेंद्र जैन, वीरेंद्र सिंह लोधी, निर्मला सप्रे, महापौर संगीता तिवारी, गौरव सिरोठिया, संभाग आयुक्त डॉ वीरेंद्र सिंह रावत, आईजी प्रमोद वर्मा, डीआईजी सुनील जैन, कलेक्टर संदीप जी आर, एसपी विकास शाहवाल, एमपीआईडीसी के ईडी विशाल सिंह चौहान, नगर निगम आयुक्त राजकुमार खत्री, एडीएम रुपेश उपाध्याय, जीएमडीआईसी मंदाकिनी पांडे सहित उद्योग तथा एमपीआईडीसी विभाग के अधिकारी मौजूद थे।
मंत्री राजपूत ने कहा कि 27 सितंबर को पीटीसी ग्राउंड में आयोजित होने वाली इस कान्क्लेव के लिए अब तक 1000 से अधिक रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं और अगले कुछ ही दिनों में रजिस्ट्रेशन की संख्या 3000 से अधिक होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि कान्क्लेव के माध्यम से सागर संभाग में पेट्रोकेमिकल, प्लास्टिक प्रोडक्ट्स, एग्रीकल्चर, फूड प्रोसेसिंग, डेयरी प्रोडक्ट्स , एमएसएमई, ओडीओपी (वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट) जैसे विभिन्न उद्योगों के लिए निवेश मिलेगा। इसके साथ ही क्षेत्रीय उत्पादों को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की मंशानुरूप आयोजित किये जा रहे इन रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव के द्वारा मध्य प्रदेश में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देना और रोजगार की संभावनाओं को बढ़ाना है।
सांसद लता वानखेड़े ने कहा कि हमारे क्षेत्र का सौभाग्य है कि यहां इतने बड़े स्तर का आयोजन होने जा रहा है। जिसके माध्यम से क्षेत्र में न केवल औद्योगीकरण को बढ़ावा मिलेगा वहां बल्कि यहां आर्थिक विकास के साथ-साथ रोजगार भी सृजित होगा। सागर विधायक शैलेंद्र जैन ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के मार्गदर्शन में आयोजित किये जा रहे रीजनल इंडस्ट्रियल कान्क्लेव रूपी एक क्रांतिकारी प्रयोग है। उज्जैन, जबलपुर, ग्वालियर के बाद अब सागर में आयोजित होने वाले इस कॉन्क्लेव में ऐसा नहीं है कि चंद मुट्ठीभर उद्योगपति यहां आकार उद्योग लगाएंगे। बल्कि बुंदेलखंड क्षेत्र के छोटे-छोटे, स्टार्ट अप शुरू करने, एक जिला एक उत्पाद के तहत फूड प्रोसेसिंग की इकाइयां लगाने, जैसे पन्ना के आंवला, दमोह के चना, सागर के टमाटर, मूंगफली आदि क्षेत्रीय गुणवत्ता पूर्ण उत्पादकों की सही ब्रांडिंग, मार्केटिंग करने तथा उन्हें प्रादेशिक , राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के प्रयास हैं। उन्होंने कहा कि इस संबंध में एक बुकलेट भी बनाई जा रही है जिसमें हमारे क्षेत्र से संबंधित ऐसे सभी उत्पादों को शामिल किया जाएगा जिनमें विकास की संभावनाएं हैं। यह जानकारी बुकलेट, पेन ड्राइव के माध्यम से संबंधित उद्योगपतियों तक भी पहुंचाई जाएगी। वास्तव में यहां ऐसे उद्योग लगाए जाएंगे जहां निवेश से लोगों को रोजगार मिल सके।
विधायक वीरेन्द्र सिंह लोधी ने कहा कि रीजनल इंडस्ट्रियल कान्क्लेव के माध्यम से बंडा क्षेत्र के के ब्लैक स्टोन जिसे काले सोने के नाम से भी जाना जाता है , इसके अतिरिक्त अन्य खनिजों एवं यहां के पर्यटन क्षेत्र को भी प्रोत्साहन मिलेगा। विधायक निर्मला सप्रे ने कहा कि बीना रिफाइनरी पेट्रोकेमिकल हब के अंतर्गत विभिन्न बाय प्रोडक्ट्स के लिए भी औद्योगिक इकाई लगाई जा सकती हैं। जिसके माध्यम से स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा साथ ही वेस्टेज तथा बाय प्रोडक्ट्स का सही उपयोग भी किया जा सकेगा। महापौर संगीता तिवारी ने कहा हमारे क्षेत्र के लिए गौरव की बात है कि, रीजनल इंडस्ट्रियल कान्क्लेव के माध्यम से यहां निवेश के नए द्वार खुलेंगे और क्षेत्र के साथ-साथ प्रदेश का भी आर्थिक विकास होगा।
बैठक में एमपीआईडीसी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर विशाल चौहान ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से रीजनल इंडस्ट्रियल कॉनक्लेव (आरआईसी) की तैयारियों और कार्य योजना के अंतर्गत उपस्थित सभी जनप्रतिनिधियों को जानकारी दी। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने वर्ष 2025 को ’’उद्योग वर्ष’’ घोषित किया है ताकि औद्योगिक विकास को बढ़ावा दिया जा सके। इस पहल के अंतर्गत मध्य प्रदेश का द्विवार्षिक मुख्य कार्यक्रम ’’इन्वेस्ट मध्य प्रदेश- ग्लोबल इन्वेस्टर समिट 2025’’ फरवरी 2025 में भोपाल में आयोजित किया जाएगा।
(Udaipur Kiran) तोमर